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मध्यप्रदेश में एक और नई पॉलिटिकल पार्टी की एंट्री, पूर्व IAS वरदमूर्ति मिश्रा ने बनाई पॉलिटिकल पार्टी

Written by: vipin vishwakarma

राजनीती लोकतंत्र की सबसे मजबूत कड़ी मानी जाती है, और इसी के सहारे हर कोई कुछ न कुछ बड़ा करने की बात करता हैं, इसी दिशा में अब मध्यप्रदेश में एक और पार्टी का गठन हो चुका है, पार्टी का नाम हैं वास्तविक भारत पार्टी (वाभापा) जी हाँ पांच महीने पहले सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने वाले IAS वरदमूर्ति मिश्रा ने अब पॉलिटिक्स में एंट्री की है। उन्होंने वास्तविक भारत पार्टी (वाभापा) के नाम से नई पॉलिटिकल पार्टी बनाई है। पार्टी अगले साल होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने कैंडिडेट्स उतारेगी।

पूर्व IAS वरदमूर्ति मिश्रा ने तीन महीने पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। तब उन्होंने कहा था- सत्ता में शीर्ष पर बैठे लोगों की प्रशासनिक समझ में कमी और दूरदर्शिता के अभाव के कारण आज पूरे मध्यप्रदेश का विकास बाधित हो रहा है। वर्तमान सरकार तो हर मोर्चे पर विफल है। वरदमूर्ति मिश्रा मूलभूत सुविधाओं के मुद्दे को लेकर मध्यप्रदेश में अपनी एंट्री का दावा ठोक रहे है, वही देश की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी जल जंगल जमीन के मुद्दे को लेकर आगे बढ़ रही है।, लेकिन आपको बता दे की मिश्रा जी भारतीय जनता पार्टी के घोर विरोधी है,तो चलिए बताते हैं आपको पूर्व आईएएस मिश्रा जी के बारे में जी हाँ पूर्व आईएएस वरदमूर्ति मिश्रा ने नई पार्टी बनाने के साथ ही देश के लोगों के नाम संदेश भी लिखा है। इसमें कहा है कि सरकार ने कष्ट के अलावा कुछ नहीं दिया है।

वरदमूर्ति मिश्रा ने लिखा

मैं और मेरे सभी साथी अब एक राजनीतिक पार्टी के रूप में आपकी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। हम एक बहुत ही बेहतर शासन व्यवस्था, रोजगार का बड़े पैमाने पर सृजन, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल के साथ-साथ राशन की बेहतर उपलब्धता के लिए समर्पित होकर काम करना चाहते हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर उपलब्धता के बिना सुखी और संपन्न जीवन असंभव है।

सरकारों ने आपको कष्ट के अलावा कुछ नहीं दिया है। कृपया अच्छे, समझदार और विनम्र लोगों को अवसर दीजिए कि वे आपकी सेवा कर सकें। शीर्ष पर जब तक कोई तकनीकी समझ, समस्याओं का हल जानने वाला नहीं बैठेगा, तब तक हम केवल वोट देते रहेंगे, सरकार बनाते रहेंगे, पर समाज जहां का तहां रह जाएगा।

एक पीढ़ी इस विसंगति में ही बर्बाद होकर निकल गई है। अब दूसरी पीढ़ी भी दांव पर लगने वाली है। कृपया स्वयं एवं समाज के भविष्य पर चिंतन करिए। हम कब तक प्रतीक्षारत रहें। अब समय आ गया है कि हम नए तरीके और व्यवस्था को स्थान दें।

सरकार पर पहले भी हमले कर चुके मिश्रा

पूर्व IAS वरदमूर्ति ने 4 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। तब भी शिवराज सरकार पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि सिस्टम में रहकर भी अफसर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित नहीं कर पा रहे हैं। ब्यूरोक्रेट्स की बात सुनने के बजाए सरकार सिर्फ इवेंट पॉलिटिक्स कर रही है। उन्होंने कहा- मध्यप्रदेश बीज का नकली हब बन गया है। देश में सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में कंज्यूमर फोरम में नकली बीज के केस दर्ज हैं। यही हाल फर्टिलाइजर का है। संगमरमर का चूरा और फ्लाई ऐश मिलाकर इसकी सप्लाई हो रही है। सरकार के पास इसकी चेकिंग की कोई व्यवस्था नहीं है।

कौन हैं IAS की नौकरी छोड़ने वाले वरदमूर्ति मिश्रा?

वरदमूर्ति मिश्रा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 2014 बैच के पूर्व अधिकारी हैं। इससे पहले वे राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। 1996 में राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में चयनित होकर डिप्टी कलेक्टर बने थे। उनकी छवि आम लोगों के बीच में जाकर काम करने की थी। ऐसा कहा जाता है कि मध्यप्रदेश के जिन इलाकों में मिश्रा पदस्थ रहे, वहां सीधे जनता को उनसे मिलने में कोई परेशानी नहीं आती थी। उन्होंने जिला पंचायत सीईओ से लेकर कलेक्टर, उप सचिव पद तक पर काम किया। नौकरी

तीन महीने पहले किया था पार्टी बनाने का ऐलान

सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने वाले IAS वरदमूर्ति मिश्रा ने तीन महीने पहले राजनीति में एंट्री करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि पिछले पांच-छह साल से मेरे मन में उथल-पुथल मची थी। 26 साल 13-14 जिलों में रहा हूं। गांवों में जो परेशानियां देखीं, उन्हें दूर करने के लिए राजनीतिक दल की शुरुआत करूंगा।

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