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इंटरनेट के ज़माने वाली बुंदेली महाभारत

लो गुरु , त्रिपुरा के सीएम साहेब कहे हैं कि महाभारत के टाइम में भी इंटरनेट हतो , अब आप कह गए सो हुईए। आपकी मान कें हम महाभारत खों इंटरनेट के तरीके से ही कछु कथानक वर्णन करवे आये हैं वो भी बुंदेली भाषा में। तो पेश हैं बुंदेली महाभारत वो भी इंटरनेट के ज़माने में

सबसे पहली बात महाभारत के तीन कैरेक्टर यानि

प्रभु श्री कृष्ण जो गूगल की भूमिका में होते , जिन्हे युद्ध में का हुये , कबे हुये , काये हुईए सब पतों रत

दूसरे संजय जो असल में मार्क जकरबर्ग हते , जो पूरी दुनिया को हाल बता रये थे , मनों वे कौरव – पांडव को डाटा लीक नईं करत ते

तीसरे धृतराष्ट्र जो तब भी जनता हते , आज भी जनता हैं , सब कछु देख के भी आंख बंद , अपनी बुद्धि भ्रष्ट , बस जीने जो सुना दई सो भरोसो कर कर लाओ

तो साहब शुरू करें अपनी इंटरनेट के ज़माने वारी बुंदेली महाभारत

दृष्टान्त – द्रोपदी -दुर्योधन विवाद –

दुर्योधन बहुत दिना से द्रोपदी पे बुरी नजर डार रओ तो। बाकी तो ठीक हती मनों ,भीम के डर के मारें ऊकी हिम्मत नईं पर रई ती। बड़ी मुश्किल से फोन नंबर जुगाड़ के ऊने द्रोपदी खों व्हाट्स एप पे हाय को मैसेज करे। द्रोपदी ने कोनउं जवाब न दओ , फिर दुर्योधन ने फेसबुक में फ्रेंड रिक्वेस्ट पहुंचाई।द्रोपदी ने दुर्योधन खोंदोई जगां से ब्लॉक कर दओ लेकिन जब दुर्योधन ने मिस कॉल मारी सो बगल में भीम ने देख लई फिर तो आव देखो न ताव —- हो गई गुरु महाभारत

दृष्टान्त – अभिमन्यु वध – अभिमन्यु चक्रव्यूह में घुस रये ते। गूगल मेप में देख देख कें चक्रव्यूह के पूरे चौराहे -तिराहे पार कर गए ते। मनों आखिरी चौराहे के पहले उनको जियो की सिम को डाटा ख़तम हो गओ , सो वे रास्ता भटक गए और कौरवों के हत्थे चढ़ गए ,

दृष्टान्त अश्वत्थामा वध – बेर बेर अश्वत्थामा के मरवे की खबर की अफवाह फेसबुक और व्हाट्स एप पे फैलाई जा रई ती। दरअसल यह सब कौरवों की स्ट्रेटिजी हती। हर व्हाट्स एप पे बस जोई मैसेज चल रओ तो ,अश्वत्थामा मारे गए। जिससे उनके समर्थक भड़क जावें ,आखिरकार पूरे कुरुक्षेत्र में 2 दिन तक इंटरनेट बंद भओ। तब जाके शांति भई।

दृष्टान्त – पांडवों के पक्ष में सेना कैसे जुटी – कौरवों के पास एक लाख सेना हती। पांडव थे कुल पांच। बड़ी टेंशन के इतनी सेना कहां से लाएं। आखिर में नकुल ने आयडिया दओ। एक मैसेज बनाओ –

”धर्म और अधर्म को युद्ध हो रओ जो धर्म के पक्ष में हो वह कमेंट में A लिखे और जो अधर्म के पक्ष में हो वो कमेंट में B लिखे। देखत हैं कौन कौन राष्ट्रवादी हैं। ई मैसेज खो जो अगले दस लोगों खों फॉरवर्ड करे उये पुण्य मिले’
ई मैसेज से गजब मार्केटिंग भई पांडवों की और पांडवों के पक्ष में कौरवों से ज्यादा बड़ी सेना इकट्ठी हो गई

दृष्टान्त – सुलह की आखिरी कोशिश –
महाभारत के युद्ध में खून खराबा बढ़वे पे बड़े बुजुर्ग द्रोणाचार्य , कृपाचार्य ,भीष्म पितामह आदि ने एक फार्मूला सुझाओ। कौरव और पांडव दोऊ जने अपनी अपनी बात रखवे एक एक पोस्ट फेसबुक पे डारो। जी की पोस्ट पे ज्यादा लाइक आएं उसकों विजेता घोषित कर दें। मामा शकुनि समझ गए कि जे पांडवों खों जितावे की चाल है। क्यूंकि अर्जुन तो सोशल मीडिया पे सलमान खान जैसे फेमस हैं। उनकी छींक आवे की फोटू पे भी हजारों लाइक और कमेंट मिल जात। दुर्योधन की स्पोंसर्ड पोस्ट पे भी गिने चुने लाइक आउत। ऐसे में सोशल मीडिया पे तो दुर्योधन हार जेहें। शकुनि मामा ने बुजुर्गों को प्रस्ताव ठुकरा दओ फिर का ,,,,, युद्ध भओ और नतीजा आप सब जानत हो।

(यह लेख सिर्फ हास परिहास में लें

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