लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का सोमवार सुबह दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया। उनके शव को पैतृक गांव पंचूर (उत्तराखंड) ले लाया जा रहा है.
इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि योगी अपने पिता के अंतिम दर्शन के लिए जायेंगे। लेकिन योगी ने वर्तमान परिस्थितियों का हवाला देते हुए पिता के अंतिम दर्शन को फ़िलहाल न जाने की बात कही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बयान जारी किया है।
उन्होंने लिखा, “अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुःख एवं शोक है. वे मेरे पुराश्रम के जन्मदाता हैं. जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया. अंतिम क्षणों में उनके अंतिम दर्शन की हार्दिक इच्छा थी. लेकिन वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को यूपी की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं न कर सका. कल 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता तथा महामारी कोरोना वायरस से लड़ने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं. पूजनीय मां, पुर्वाश्रम में जुड़े सभी सदस्यों से भी अपील है कि वे लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में रहें. पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं. लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा.”