वर्ल्डकप हार के बाद टीम इंडिया सेलेक्टर्स के रडार पर आ गई हैं जिसको रिएक्शन भी आना शुरू हो जा चुके है, नेशनल सिलेक्शन कमिटी के पूर्व चेयरमैन कृष्णमाचारी श्रीकांत ने कहा है कि 2024 में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप से पहले ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को फुलटाइम कप्तान नियुक्त किया जाना चाहिए। भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज से टीम को एक बार फिर से गठित करने की जरूरत हैं, टीम इंडिया हाल में खत्म हुए टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल से बाहर हो गया था, जहां उसे चैंपियन बने इंग्लैंड ने 10 विकेट से करारी शिकस्त दी थी। भारत की यह छह वर्ल्ड कप में नॉकआउट में पांचवीं हार है।
अगले साल तक टीम तैयार हो
1983 वर्ल्ड कप चैंपियन टीम के ओपनर रहे श्रीकांत ने कहा, ‘यदि मैं चयन समिति का अध्यक्ष होता तो फिर कहता कि हार्दिक पंड्या को वर्ल्ड कप 2024 के लिए कप्तान होना चाहिए। मैं सीधे तौर पर यह फैसला करता। टीम के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया आज से ही शुरू होनी चाहिए। यह काम न्यूजीलैंड सीरीज से शुरू होना चाहिए जो कि एक सप्ताह के अंदर शुरू होगी।’ श्रीकांत ने कहा, ‘आपको आज से ही शुरुआत करनी होगी। वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिए आपको चीजों को समझना होता है और इसकी तैयारी दो साल पहले शुरू करनी होती है। इसलिए आप जो कुछ भी करना चाह रहे हैं, चाहे वह किसी तरह का प्रयोग हो या कुछ और, उसे एक साल के अंदर कर दें। फिर 2023 तक टीम तैयार कर दें और यह सुनिश्चित करें कि यह टीम वर्ल्ड कप में खेलेगी।’
टीम इंडिया को चाहिए फास्ट बोलिंग ऑलराउंडर्स
भारत शुक्रवार से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू होने वाली सीरीज में तीन टी20 इंटरनेशनल और इतने ही वनडे मैच खेलेगा। रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में हार्दिक पंड्या सबसे छोटे फॉर्मेट में टीम की अगुआई करेंगे। पूर्व भारतीय कप्तान श्रीकांत ने कहा कि भारत को 2024 में होने वाले वर्ल्ड कप से पहले अधिक फास्ट बोलिंग ऑलराउंडर्स की खोज करनी होगी। उन्होंने कहा, ‘आप 1983 के वर्ल्ड कप, 2011 के वर्ल्ड कप और 2007 के टी20 वर्ल्ड कप पर गौर करिए। हमने इनमें क्यों जीत दर्ज की, क्योंकि हमारे पास अधिक फास्ट बोलिंग ऑलराउंडर्स थे और कुछ ऐसे खिलाड़ी थे जो बैटिंग के साथ बोलिंग भी कर सकते थे।’ उन्होंने कहा,‘इसलिए ऐसे खिलाड़ियों की पहचान करें जैसे कि दीपक हूडा। उनके जैसे कई अन्य खिलाड़ी भी होंगे।’चाहिए फास्ट बोलिंग ऑलराउंडर्स
भारत शुक्रवार से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू होने वाली सीरीज में तीन टी20 इंटरनेशनल और इतने ही वनडे मैच खेलेगा। रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में हार्दिक पंड्या सबसे छोटे फॉर्मेट में टीम की अगुआई करेंगे। पूर्व भारतीय कप्तान श्रीकांत ने कहा कि भारत को 2024 में होने वाले वर्ल्ड कप से पहले अधिक फास्ट बोलिंग ऑलराउंडर्स की खोज करनी होगी। उन्होंने कहा, ‘आप 1983 के वर्ल्ड कप, 2011 के वर्ल्ड कप और 2007 के टी20 वर्ल्ड कप पर गौर करिए। हमने इनमें क्यों जीत दर्ज की, क्योंकि हमारे पास अधिक फास्ट बोलिंग ऑलराउंडर्स थे और कुछ ऐसे खिलाड़ी थे जो बैटिंग के साथ बोलिंग भी कर सकते थे।’ उन्होंने कहा,‘इसलिए ऐसे खिलाड़ियों की पहचान करें जैसे कि दीपक हूडा। उनके जैसे कई अन्य खिलाड़ी भी होंगे।’
कप्तानी पर पठान की राय अलग
पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने कहा कि भारत को केवल एक कप्तान पर निर्भर नहीं रहना चाहिए और टीम में कई खिलाड़ियों को नेतृत्व करने लायक बनाना चाहिए। इरफान ने कहा, ‘मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अगर आप कप्तान बदलते हैं तो परिणाम भी बदल सकते हैं। इस तरह से आप परिणाम नहीं बदल सकते। हार्दिक पंड्या के मामले में आपको यह समझना चाहिए कि वह फास्ट बोलिंग ऑलराउंडर हैं और उनके साथ चोटों का भी मसला है। आपके पास नेतृत्व करने वाला कोई दूसरा खिलाड़ी नहीं है तो फिर परेशानी होगी।’
अलग-अलग टीम, अगल-अगल कप्तान
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले का मानना है कि इंटरनेशनल क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए सीमित ओवरों और टेस्ट फॉर्मेट की पूरी तरह से भिन्न टीम होनी चाहिए। कुंबले ने कहा, ‘निश्चित तौर पर आपको अलग-अलग टीमों की जरूरत पड़ेगी। आपको टी-20 विशेषज्ञों की जरूरत पड़ती है। मुझे लगता है कि इंग्लैंड की इस टीम ने दिखाया है और यहां तक की पिछली बार के टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने भी साबित किया है कि आपके पास अधिक से अधिक ऑलराउंडर होने चाहिए। आप उनके बैटिंग ऑर्डर पर गौर करिए। आज लियम लिविंगस्टोन सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आते हैं। किसी भी अन्य टीम के पास नंबर सात पर लिविंगस्टोन जैसा बल्लेबाज नहीं है। ऑस्ट्रेलिया के लिए मार्कस स्टोइनिस छठे नंबर पर बैटिंग करते हैं। आपको इस तरह की टीम तैयार करनी होगी।’