बड़े पर्दे पर दिखेगी पृथ्वीराज चौहान की वीरता, जानिए उनके जन्म से मृत्यु तक की कहानी
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शूरवीर महाराज पृथ्वीराज चौहान पर फिल्म आ रही है. जिसमें उनका किरदार बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार निभाएंगे. पृथ्वीराज चौहान भारतीय इतिहास में एक ऐसा नाम हैं जिन्हें कभी भुला नहीं जा सकता. चौहान वंश में जन्में पृथ्वीराज आखिरी हिन्दू शासक भी थे. महज 11 वर्ष की उम्र मे, उन्होने अपने पिता की मृत्यु के पश्चात दिल्ली और अजमेर का शासन संभाला और उसे कई सीमाओ तक फैलाया भी था, परंतु अंत मे वे राजनीति का शिकार हुये और अपनी रियासत हार बैठे.
उनकी हार के बाद कोई हिन्दू शासक उनकी कमी पूरी नहीं कर पाया. पृथ्वीराज को राय पिथोरा भी कहा जाता था. पृथ्वीराज चौहान बचपन से ही एक कुशल योध्दा थे, उन्होने युध्द के अनेक गुण सीखे थे. उन्होने अपने बाल्य काल से ही शब्ध्भेदी बाण विद्या का अभ्यास किया था. पृथ्वीराज के विषय में कहा जाता है कि वे एक शिक्षित और बेहद आकर्षक राजा थे जिन्हें 6 भाषाओं का ज्ञान था. वे इतिहास, गणित, मेडिसिन, मिलिट्री और पेंटिंग जैसे विषयों में माहिर थे. तीरंदाजी में तो पृथ्वीराज का कोई मुकाबला ही नहीं था। वे लगभग 1177 में सिंहासन पर विराजमान हुए और उन्हें एक राज्य विरासत में मिला जो उत्तर में स्थानविश्वर से लेकर दक्षिण में मेवाड़ तक फैला हुआ था.
वहीं 1192 में तराइन की दूसरी लड़ाई में ग़ौरी ने पृथ्वीराज को हराया और कुछ ही समय बाद उन्हें मार डाला. बताया जाता है कि पृथ्वीराज की मृत्यु के बाद मोहम्मद ग़ोरी ने एक दशक से अधिक समय तक शासन करना जारी रखा. हालांकि पृथ्वीराज को एक देशभक्त हिन्दू योद्धा के रूप में चित्रित किया जाता है . जिन्होंने मुस्लिम दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी. बता दें की अक्षय कुमार स्टारर पृथ्वीराज 3 जून को सिनेमाघरों में दस्तक देगी.