काले हिरण के शिकारियों से जंगल में मुठभेड़, तीन पुलिसकर्मियों की मौत
गुना के आरोन में शिकारियों से हुई मुठभेड़ में तीन आरक्षकों की गोली लगने से मौत हो गई. वहीं पुलिस टीम में शामिल ड्राइवर भी गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है. घटना सुबह करीब सुबह 3 से 4 बजे की बताई जा रही है. SI राजकुमार जाटव के हाथ में गोली लगने के बाद भी उन्होंने कई राउंड फायर किए. साथ ही पुलिस की जवाबी फायरिंग में शिकारी नौशाद मेवाती मारा गया है.
ग्वालियर IG को हटाया गया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह अपने निवास पर आपात बैठक बुलाकर गुना जिले में रात्रि पुलिसकर्मियों और शिकारियों के मध्य हुई गोलीबारी की घटना और पुलिसकर्मियों की मृत्यु के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना वर्चुअली रूप से शामिल हुए। बैठक के उपरांत मुखयमंत्री ने कहा घटनास्थल पर देरी से पहुंचने वाले ग्वालियर के IG अनिल शर्मा को हटा दिया गया है। अपराधियों की पहचान भी कर ली गई है। शीघ्र ही सारे अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होंगे, इस घटना में दोषी अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी जो इतिहास में उदाहरण बनेगी। इस घटना में शहादत देने वाले हमारे तीनों पुलिस के साथी भाई राजकुमार जाटव, धीरज भार्गव और सिपाही संतराम की शहादत व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी। मध्यप्रदेश सरकार ने तीनों पुलिसकर्मियों के परिवार को 1-1 करोड़ का मुआवजा व आरक्षक के परिवार से किसी एक सदस्य को सरकारी सेवा में भी लिया जाएगा.
बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव जनसंपर्क राघवेंद्र कुमार सिंह, एडीजी आदर्श कटियार,ओएसडी मुख्यमंत्री कार्यालय योगेश चौधरी उपस्थित थे।
SP राजीव कुमार मिश्रा का कहना है कि सगा बरखेड़ा की तरफ से बदमाशों के जाने की सूचना मिली थी। इनकी घेराबंदी के लिए 3-4 पुलिस टीम लगाई गई थीं। शहरोक के जंगल में 4-5 बाइक से बदमाश जाते हुए दिखे। पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की।
शहीदों के अंत्येष्टि में शामिल होंगे जिलों के प्रभारी मंत्री
मौके से भागे शिकारियों के पास से पांच हिरण और एक मोर के अवशेष जब्त किए हैं। SI राजकुमार जाटव का अंतिम संस्कार अशोकनगर में किया जाएगा। आरक्षक संतराम का श्योपुर में व आरक्षक राजीव भार्गव का अंतिम संस्कार गुना में ही किया जाएगा। शहीदों के अंतिम संस्कार में जिलों के प्रभारी मंत्री शामिल होंगे। इस मुठभेड़ में हुई फायरिंग के दौरान ही इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम मौके पर ही दम तोड़ दिया।
गृह मंत्री बोले- ‘अपराधी कोई भी हों, बच के जा नहीं सकते
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमारे परिवार के तीन जांबाज सदस्यों की मौत हो गई। अपराधी कोई भी हो, पुलिस से बच के जा नहीं सकते। कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सख्त से सख्त कार्रवाई हमलावरों पर की जाएगी। ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी। CM शिवराज सिंह चौहान जी इस घटना की मॉनिटरिंग करेंगे.
गृह मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह बोले- गुना की घटना दुखद है। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब वह पुलिस से ही नहीं डर रहे हैं तो कानून व्यवस्था का कितनी अच्छी है यह अंदाजा इस घटना को देखकर लगाया जा सकता है। गुना की घटना इतनी निंदनीय है कि गृहमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
गुना मुठभेड़ मामले पर मुख्यमंत्री शिवराज गरजे, ऐसी कार्रवाई होगी जो उदाहरण बनेगी
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