
देश को नया संसद भवन मिल चुका है। पीएम मोदी ने पूरे विधि-विधान से इसका शुभारंभ किया। नए भवन में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। नई संसद को लेकर देश में राजनीति भी खूब हुई। लगभग पूरे विपक्ष ने नई संसद के उद्घाटन के मौके से किनारा कर लिया है।

पीएम नरेंद्र मोदी उद्घाटन समारोह के लिए नए संसद भवन पहुंचे हैं। समारोह की शुरुआत पूजा से हुई, जो करीब एक घंटे तक चली। गौरतलब है, तमिलनाडु के अलग-अलग मठों से आए अधीनम यहां पहले ही पहुंच चुके हैं। यहां हवन-पूजन शुरू हुआ। पीएम नई संसद को देश को सौंपेंगे।
सेंगोल के सामने दंडवत हुए मोदी
पीएम मोदी पूजन हवन के बाद सेंगोल के सामने दंडवत हुए। साथ ही, संसद भवन में सेंगोल की स्थापना के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के विभिन्न अधीनम संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। देश के नए संसद भवन के निर्माण के लिए देशभर से अनोखी सामग्रियों को जुटाया गया है। जैसे नागपुर से सागौन की लकड़ी, राजस्थान के सरमथुरा से सैंडस्टोन, यूपी के मिर्जापुर की कालीन, अगरतला से बांस की लकड़ी और महाराष्ट्र के औरंगाबाद और जयपुर से अशोक प्रतीक को मंगवाया गया।

पीएम मोदी ने लोकसभा में सेंगोल किया स्थापित
पीएम मोदी ने सेंगोल के साथ संसद के नए भवन में प्रवेश किया। इसके बाद पीएम मोदी ने इसे लोकसभा में स्थापित किया। इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी मौजूद रहे। संसद भवन में सेंगोल की स्थापना के बाद पीएम मोदी ने तमिलनाडु के विभिन्न अधीनम संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार्मिक अनुष्ठान के बाद सेंगोल को नए संसद भवन के लोकसभा में स्थापित कर दिया है।