मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और झटका, विधायक निर्मला सप्रे ने पार्टी छोड़ भाजपा का थामा दामन
बीना (मप्र): एमपी में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के पूर्व कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। सागर लोकसभा सीट Sagar Lok Sabha की बीना की कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे Bina MLA Nirmala Sapre ने पार्टी छोड़ दी है। विधायक निर्मला सप्रे बीजेपी में शामिल हो गई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव की जनसभा में बीजेपी की सदस्यता ली। निर्मला सप्रे ने पिछले साल विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी दो बार के विधायक महेश राय को हराया था। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जानेवाली वे तीसरी विधायक हैं। इसी के साथ बीना विधानसभा में नया चुनाव भी तय हो गया है।
बीना से कांग्रेस की विधायक बनी निर्मला सप्रे ने आज पार्टी छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की सभा के दौरान राहतगढ़ में निर्मला ने भाजपा की शपथ ली। निर्मला सप्रे ने विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी तथा दो बार की विधायक महेश राय को 6000 से अधिक मतों से पराजित किया था।
निर्मला सप्रे के अचानक भाजपा ज्वाइन करने से सब चौंक गए। यहां तक की भाजपा नेताओं सहित कांग्रेस के नेता भी आश्चर्यचकित रह गए। रविवार सुबह तक निर्मला सप्रे के भाजपा में जाने की खबर ना तो स्थानीय पदाधिकारी को थी और ना ही कांग्रेस नेताओं को।
सीएम की सभा के दौरान ही सभी को इसकी जानकारी मिली। माना जा रहा है कि निर्मला के इस निर्णय के पीछे खुरई से पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे तथा मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की भूमिका हो सकती है।
कांग्रेस विधायक के भाजपा में जाने के साथी यह भी लगभग तय हो गया कि बीना विधानसभा क्षेत्र में एक बार फिर चुनाव होगा। भाजपा जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने विधायक निर्मला सप्रे के भाजपा में शामिल होने के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अब बीना क्षेत्र का विकास और अधिक गति से होगा। वहीं ग्रामीण कांग्रेस जिला अध्यक्ष सागर डॉ आनंद अहिरवार ने इस पर हैरत जताई है।
निर्मला सप्रे ने कहा— मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने महिला के लिए गलत बात कही। मैं भी महिला हूं, आरक्षित वर्ग से विधायक हूं। जीतू पटवारी की बात से मुझे ठेस लगी। इसलिए मैंने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी को चुना जहां महिलाओं का सम्मान होता है।
बीजेपी में शामिल होने के बाद निर्मला सप्रे ने यह भी कहा कि मेरे क्षेत्र का विकास अवरुद्ध हो गया था। पिछले 6 माह में यहां कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का विकास का एजेंडा है।
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस विधायक द्वारा पार्टी से त्यागपत्र देना कांग्रेस के लिए एक और बड़ा झटका है। निर्मला सप्रे ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी के महेश राय को 6000 से ज्यादा मतों से हराया था। सागर जिले की आठ विधानसभा सीटों में से केवल बीना विधानसभा से ही कांग्रेस जीती थी।