‘ नारी सर्वत्र पूज्यते ‘ भारतीय परंपराओं के अनुसार एवं भारतीय संस्कृति में , नारी सम्मान का विशेष उल्लेख है ,परिवार व समाज के बेहतर संतुलन में, नारियों का विशेष योगदान रहा है! हिंदू धर्म में तो नारी को देवी स्वरूप माना गया है l
आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है, महिलाओं के सम्मान को समर्पित इस दिन हमने विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी खजुराहो को समर्पित , कुछ ऐसी महिलाओं को चिन्हित किया है ,जिन्होंने राजनीति ,समाज, साहित्य ,कला और संस्कृति के लिए अपना जीवन समर्पण किया है !
कुछ इसी तरह से है खजुराहो नगर में जीवंत कर्मठता की निशानी श्रीमती हरबी बाई रैकवार , लगभग 100 वर्ष की उम्र मैं भी हरबी भाई आज मतंगेश्वर महादेव मंदिर के सामने, पीपल के पेड़ के नीचे चाय बना कर अपना गुजारा करती हैं ,अपने बलबूते पर जीने वाली इस महिला से ना सिर्फ पर्यटक, बल्कि बॉलीवुड में अपना नाम रखने वाले कई फिल्मी सितारे भी इनके पास आकर चाय पीते हैं, और बतियाते हैं! हरबी वाई एक ऐसी वृद्ध महिला जो हमेशा हंसती और मुस्कुराती रहती हैं, तथा मेहनत करके अपना जीवन यापन कर रही हैं l
साहित्य की सेवा में समर्पित श्रीमती संतोष पटेरिया, उम्र की ढलान में भी अनवरत साहित्य यात्रा कर रही हैं ,आकाशवाणी के माध्यम से एवं कई मंच एवं कार्यक्रमों के माध्यम से आपने अपने साहित्य प्रेम को प्रदर्शित किया है ! बेहतरीन कवियत्री, विशेष तौर पर बुंदेली लेखन में इनको विशेष महारत हासिल है l
शास्त्रीय संगीत, नृत्य और कला के क्षेत्र में देश-विदेश में अपना नाम ऊंचा करने वाली कुमारी अवंतिका दुबे ,आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है, दुनिया के कई देशों में अपनी नृत्य कला की प्रस्तुति करने के बाद, वर्तमान में ताइवान में नृत्य कला की शिक्षा दे रही हैं ,बचपन से ही संगीत ,नृत्य व कला को समर्पित, कुमारी अवंतिका दुबे खजुराहो के लिए गौरव है l
नानाजी देशमुख की दत्तक पुत्री श्रीमती नंदिता पाठक , जिन्होंने नाना जी के सानिध्य में रहते हुए, चित्रकूट ग्रामोदय ,आरोग्यधाम, तथा विभिन्न सामाजिक कार्यों के द्वारा अपनी एक अलग पहचान कायम की है, श्रीमती नंदिता पाठक साहित्य और समाज के क्षेत्र में प्रशंसनीय कार्य कर रही हैं ! हंसमुख ,सरल एवं शिक्षा विद ,श्रीमती नंदिता पाठक महिलाओं के लिए आईकॉन है l
बाल संरक्षण एवं बाल उत्पीड़न को रोकने तथा महिलाओं के लिए भिन्न प्रयासों के माध्यम से, सशक्तिकरण एवं महिलाओं के स्वरोजगार हेतु विभिन्न उपक्रमों या उद्यमी बनाकर स्व रोजगार पैदा करने के क्षेत्र में कार्य कर रही , प्रसिद्ध समाजसेवी मेहरून सिद्धकी आधार संस्था की प्रमुख है ,आप अपने संस्था के श्रेष्ठ कार्यों के लिए ना सिर्फ क्षेत्र में एक अलग पहचान रखती हैं, बल्कि देश दुनिया के विभिन्न शहरों में जाकर खजुराहो का नाम रोशन किया है l
बच्चियों के लिए ढाल बनकर उनके समस्याओं का निराकरण करने में हमेशा आगे रहने वाली श्रीमती ज्योति अग्रवाल एवं श्रीमती मयंका गौतम ,यह दो ऐसी महिलाएं जिन्होंने अपनी कार्य क्षमता को समाज के सामने लाकर यह साबित किया है कि महिलाएं अपने खाली वक्त को यहां वहां बैठकर फालतू गंवाने से बेहतर है कि वह समाज सेवा में अपने आप को लगाएं तथा ‘ मानव सेवा श्रेष्ठ सेवा ‘ के उसूल पर चलते हुए अपने कीमती वक्त को इन श्रेष्ठ कार्यों में अगर लगाते हैं, तो समाज निश्चित रूप से उनके कार्यों का उचित मूल्यांकन कर सराहना भी करती है ,जैसा कि इन दो महिलाओं के साथ भी पूरे क्षेत्र के लोगों की पूरी तरह सहानुभूति रहती है l
छतरपुर रियासत की महारानी, वर्तमान विधायक कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा की धर्मपत्नी वह पूर्व नगर परिषद खजुराहो की अध्यक्ष महोदया श्रीमती कविता सिंह जी , जिन्होंने अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में नगर परिषद खजुराहो में विभिन्न सांस्कृतिक ,सामाजिक ,आयोजनों के माध्यम से, पर्यटन को बढ़ावा देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है ! सरल, हंसमुख एवं व्यक्तित्व की धनी, श्रीमती कविता सिंह जी द्वारा किए गए सराहनीय कार्य खजुराहो नगर के लिए यादगार साबित होंगे l
हम तो यही कहेंगे कि ‘ खजुराहो की नारी सब पर भारी ‘ निश्चित रूप से इन महिलाओं से नगर की अन्य महिलाओं को भी सीख लेनी चाहिए, तथा समाज सेवा के कार्य करते हुए आगे बढ़कर समाज की प्रगति एवं उत्थान में सहायक बने महिला दिवस पर हमारी पूरे दिल से यही शुभकामनाएं हैं l
राजीव शुक्ला पत्रकार खजुराहो