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ग्राम पंचायत हर्षपुर में बिना कार्य कराई किया गया लाखों का भुगतान
केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा जहां ग्रामीण क्षेत्रों की तकदीर व तस्वीर बदलने के लिए तमाम सरकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अक्सर ऐसी योजनाओं को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा देते हैं। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत हर्षपुर से सामने आया है। जिसमें ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र भेज कर जांच की गुहार लगाई। जनपद ललितपुर के विकासखंड जखौरा कि ग्राम पंचायत हर्ष पुर में पिछले 4 वर्षों में लाखों रुपए का भुगतान हेडपंप मरम्मत के नाम पर फर्जी तरीके से करा लिया गया। मनरेगा के तहत कोई भी कार्य धरातल पर नहीं उतरा और भुगतान हो चुका। ग्राम पंचायत में बने प्रधानमंत्री आवास व शौचालय अधूरे पड़े हैं और भुगतान करा लिया गया। इस संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता अरविंद सिंह गौर द्वारा जिलाधिकारी महोदय को 5 बार शपथ पत्र के माध्यम से लिखकर जांच की मांग की है। मगर जिला अधिकारी महोदय जांच को टाल मटोल कर रहे हैं। एक तरफ राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है दूसरी तरफ ब्लॉक जखौरा में तैनात ग्राम विकास अधिकारी सरकारी योजनाओं में लाखों रुपए का घोटाला कर रहे और कोई भी अधिकारी उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करता। ग्रामीणों ने एक बार पुनः शपथ पत्र देकर जांच की गुहार लगाई है और जांच ना होने पर ग्राम में बने ग्राम पंचायत कार्यालय धरना पर बैठने की भी बात कही है।
✍️अरविंद गौर