भारतीय टेस्ट टीम के सीनियर खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा इंग्लैंड में जारी रॉयल लंदन कप में धमाल में मचा रहे हैं। पुजारा पिछले कुछ महीनों से काउंटी क्रिकेट में ससेक्स के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में खेल रहे थे। इस दौरान उन्होंने टीम के लिए शतक और दोहरा शतक लगाकर धमाकेदार प्रदर्शन किया। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भारत के इस धाकड़ बल्लेबाज से हमेशा उम्मीद रहती है कि वह इस तरह की बल्लेबाजी करेंगे लेकिन सफेद गेंद क्रिकेट में भी अब वह अपना रौद्र रूप दिखा रहे हैं। पुजारा इंग्लैंड में जारी रॉयल लंदन वनडे कप में ऐसी तूफानी शतकीय पारी खेली जो कि उनके बल्ले से बहुत ही देखा गया है। काउंटी चैंपियनशिप में धमाल मचाने के बाद पुजारा रॉयल लंदन कप में गेंदबाजों की जमकर कुटाई कर रहे हैं। तूफानी शतक से पहले वह टूर्नामेंट में एक अर्धशतकीय पारी खेल चुके हैं। इस मुकाबले में ससेक्स के लिए खेलते हुए पुजारा ने वॉरविकशर के खिलाफ सबसे पहले 51 गेंद में अपना शतक पूरा किया
लेकिन इसके बाद उन्होंने बल्लेबाजों की ऐसी खबर ली कि शतक तक पहुंचने के लिए उन्हें महज 22 गेंद की जरूरत पड़ी। इस दौरान उन्होंने पारी के 45वें ओवर में लियम नॉर्वेल के खिलाफ 22 रन कूट दिए। इस दौरान उन्होंने 3 चौके, एक छक्का और दो गेंदों में 2-2 रन लेकर 22 रन बनाए। पुजारा अपनी इस पारी में पुजारा ने 79 गेंदों का सामना कर 107 रन की पारी खेली। उन्होंने इस दौरान 7 चौका और 2 छक्का भी जड़ा। वार्विकशायर की ओर से ओपनर बल्लेबाज अली ने भी 102 गेंद पर 81 रन बनाए। हालांकि मिडिल ऑर्डर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका, इस कारण टीम लक्ष्य से 4 रन दूर रह गई। . वार्विकशायर की ओर से क्रुणाल पंड्या सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 10 ओवर में 51 रन देकर 3 विकेट लिए।। मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए वॉरविकशर ने रॉबर्ट येट्स (114) के शतक और माइकल बर्गेस (58) के अर्धशतक से निर्धारित 50 ओवरों के खेल में 310 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था। इस स्कोर के जवाब में चेतेश्वर पुजारा की टीम ससेक्स 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान 307 रन ही बना सकी। इस तरह टीम को पुजारा के शतकीय पारी के बावजूद तीन रन से करीबी हार का सामना करना पड़ा।