Written by : vipin vishwakarma
भारतीय टीम की हार पर मैदान पर पढ़ी थी नमाज
दोस्तों भारतीय टीम को टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में पाकिस्तानी टीम ने पहली बार किसी आईसीसी इवेंट में हराया तो उसके खिलाड़ियों और पूर्व खिलाड़ियों ने जमकर आग उगली, भारत की हार के तुरंत बाद मोहम्मद रिजवान ने मैदान पर नमाज पढ़ी तो वकार यूनुस ने बड़े गर्व के साथ नेशनल टीवी पर तारीफ करते हुए कहा कि हिंदुओं के बीच ऐसा करना स्पेशल था। जब बवाल हुआ तो वकार ने माफी मांग ली। वहीँ दोस्तों जब पाकिस्तान की टीम जिम्बाब्वे से हार झेलने के बाद लानत झेल रही थी तो किसी का मुंह नहीं खुला, लेकिन गिरते-पड़ते सेमीफाइनल में पहुंचने पर रिजवान ने इसे कौम की जीत बताते हुए बयान दे दिया।
पाकिस्तान के पूर्व गृहमंत्री ने बताया था इस्लाम की जीत
पाकिस्तान के पूर्व गृहमंत्री शेख राशिद ने तो पाकिस्तान की जीत को इस्लाम की जीत बताया था। जब फाइनल में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को हराया तो सोशल मीडिया पर लोग इसपर सवाल करने लगे। अब पाकिस्तान के ही एक क्रिकेटर ने बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को जमकर धोया है। जुल्करनैन हैदर ने एक इंटरव्यू में न केवल इंग्लैंड के क्रिकेटर आदिल रशीद और मोईन अली को सच्चा मुसलमान बताया, बल्कि रिजवान से सवाल भी पूछा कि कहां गई नमाजें, क्यों 10-15 रन ही बनाकर हुए आउट और क्यों पाकिस्तान हार गया? उन्होंने कहा- अगर आपने नमाजें पढ़ीं थीं तो क्यों नहीं जिताया। कोई 14 पर आउट हुआ तो कोई 15 पर। कोई किधर गया तो कोई किधर गया। भाई नमाज आपको अपने लिए पढ़नी हैं। इबादत के लिए पढ़नी हैं न कि और न ही दिखावे के लिए पढ़नी हैं। तो आपकी नमाजें किधर गईं। पाकिस्तान क्यों नहीं जीता। इंग्लैंड के पास दो खिलाड़ी हैं। वह आपसे अच्छे मुसलमान हैं। वो आपकी तरह दिखावा नहीं करते हैं। इंग्लैंड के मुसलमान आदिल रशीद और मोईन अली आपकी तरह मैदानों में नमाज नहीं पढ़ते हैं।
पाकिस्तानी प्लेयर्स पर लगे आरोप
उन्होंने पाकिस्तानी प्लेयर्स पर तस्वीरों के लिए ऐसा करने का आरोप लगाते हुए कहा- इंग्लैंड के खिलाड़ी तस्वीरों के लिए नमाज अदा नहीं करते हैं। हाशिम अमला मैदान पर नमाज नहीं पढ़ते, लेकिन वह बेहतर मुसलमान हैं। क्यों आप जिम्बाब्वे से हारे, वह तो अल्लाह का शुक्रिया करिए कि जैसे तैसे फाइनल में पहुंच गए। बता दें कि पाकिस्तान को पहले भारत और फिर जिम्बाब्वे से हार मिली थी और उसका बाहर होना लगभग तय हो गया था। हालांकि आखिरी में साउथ अफ्रीका की हार के बाद उसके लिए नीदरलैंड्स ने रास्ते खोले।