1858 के बाद पहली बार बंद हुआ झांसी का लक्ष्मी गेट, तब अंग्रेजों से खतरा था अब कोरोना से।
मुकेश वर्मा
झाँसी। इतिहास ने खुद को दोहराया। सन 1858 के 162 साल बाद झांसी का प्रसिद्ध लक्ष्मी गेट बंद किया गया है। दरअसल ओरछा गेट इलाके में एक कोरोना मरीज मिलने के बाद आवाजाही रोकने के लिए लक्ष्मी गेट को बंद किया गया था। इससे पहले 1857 की क्रांति के बाद जब अंग्रेज झांसी पर कब्ज़ा करना चाहते थे और रानी लक्ष्मीबाई अंग्रेजों से लोहा ले रहे थी। उस समय अंग्रेजों के झांसी में प्रवेश को रोकने के लिए यह लक्ष्मी दरवाजा बंद किया गया था।
अब ऐतिहासिक तौर पर दूसरी बार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए इस दरवाजे को बंद किया गया है।
वहीं ओरछा गेट क्षेत्र में एक कोरोना संक्रमित महिला के मिलने की सूचना पर सघन जन जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें लगभग 300 मकानों का सर्वे कर उन्हें लॉक डाउन का पालन करने ,मास्क लगाने ,अपने घर में ही रहने ,एवं अनावश्यक रूप से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया गया और जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन का विशेष रुप से सहयोग किया गया ।वहीं झांसी के सांसद श्री अनुराग शर्मा ,जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित तमाम अधिकारी व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे।