दिग्विजय सिंह के साथ सज्जनसिंह वर्मा, तरुण भनोत, उमंग सिंगार, लखन यादव, लखन घनघोरिया, जीतू पटवारी, सचिन यादव, हर्ष यादव, कान्तीलाल भूरिया, अशोक सिंह, कुणाल चौधरी, आरिफ मसूद, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार एवं अन्य कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने लिया हिरासत में लिया। दिग्विजय सिंह और मध्य प्रदेश और कर्नाटक कांग्रेस के नेता बागी विधायकों से मिलने होटल के लिए निकले। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया तो वे सभी वहीं धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस सभी को हिरासत में लेकर अमृथाहल्ली थाने पहुंची। यहां दिग्विजय सिंह भूख हड़ताल पर बैठ गए। उधर इस बीच कांग्रेस के बागी विधायकों ने वीडियो जारी कर कहा कि हमें पता चला कि दिग्विजय सिंह हमने मिलने आए थे, लेकिन हमें उनसे नहीं मिलना।
मध्य प्रदेश का राजनीतिक द्वन्द अब बंगलौर की सड़कों तक जा पहुंचा है ,बागी विधायकों ने डीजीपी को पत्र लिखकर खुद की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की और कहा कि कांग्रेस का कोई भी नेता और कार्यकर्ता होटल में मिलने ना आ पाए। सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि, बेंगलुरु में भाजपा द्वारा बंधक बनाए गए कांग्रेस विधायकों से मिलने गए कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों को मिलने से रोकना, उनसे अभद्र व्यवहार करना, उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से तानाशाही व हिटलर शाही है। लोकतांत्रिक मूल्यों, संवैधानिक मूल्यों व अधिकारों का दमन किया जा रहा है।