भोपाल चुनाव पर बुंदेली लघु कथा . सचिन चौधरी #बुंदेली बौछार
एक बेर राजपाल यादव पे कुश्ती लड़वे को भूत सवार हो गओ. खुलेआम रिंग में उतर के बोले ,, है कोई जो हमाई चुनौती स्वीकार कर ले.. ताल ठोक के..
अचानक सामने से रिंग में खली आ गए.. बोले.. काय ! को आय ? जो चुनौती दे रओ तो.. राजपाल ऊपर से नीचे तक खली को देखे और बोले…. जाओ माफ करे.. तुम हमाए लेवल के पहलवान नैयां.. तुम्हें तो हमसे कमजोर वारे ही हरा देहें…
फिर का भओ ?
अरे का होने तो ! .. खली अकेले रिंग में खड़े सामने से पहलवान के आवे को इंतजार कर रहे और राजपाल यादव दूसरो पहलवान ढूंढवे के बहाने से भगत फिर रहे..
( विशेष नोट – ई लघु कथा में एक नहीं कई राजपाल हैं )