गरौठा तहसील अंतर्गत ग्राम गुड़ा के पास स्थित गुरु विश्वामित्र जी की तपोस्थली झारखंड धाम की धसान नदी में लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई प्राचीन काल से ही झारखंड धाम गुरु विश्वामित्र जी की तपोस्थली मानी जाती है यहां हर वर्ष मकर संक्रांति के दिन श्रद्धालु काफी संख्या में आकर डुबकी लगाते हैं तत्पश्चात मंदिर की परिक्रमा करके मेला का आनंद लेते हैं यहां लंबे समय से गुरु विश्वामित्र तपोस्थली के समीप दशान नदी में डुबकी लगाने का रिवाज है कुछ लोगों का मत है की दशान नदी में पानी की धार में गुरु विश्वामित्र जी की प्राकृतिक मूर्ति है कुछ लोग बताते हैं कि यहां गुरु विश्वामित्र जी अपना आश्रम बनाकर तपस्या किया करते थे तत्पश्चात भगवान श्री राम गुरु विश्वामित्र जी के पास झारखंड धाम में आए थे तभी से यह स्थान गुरु विश्वामित्र जी की तपोस्थली के नाम से विख्यात है जिसके दर्शन करने से मनुष्य का उद्धार होता है अतः हर वर्ष मकर संक्रांति के दिन भव्य मेले का भी आयोजन होता है एवं दंगल का आयोजन होता है मकर संक्रांति के दिन दूर-दूर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होते हैं झारखंड धाम में श्रद्धालुओं के लिए समुचित व्यवस्थाएं की जाती हैं गाड़ियों के लिए पार्किंग की ।व्यवस्था भी की जाती है जिससे आमजन को परेशानी ना हो तथा मेले में बच्चों के लिए कई प्रकार के झूला आते हैं जिससे बच्चे अपना मनोरंजन करते हैं