बाँदा जनपद में डीआईजी की बहू का मिला संदिग्ध अवस्था में शव
बुंदेलखंड के बांदा जनपद के इंदिरा नगर मोहल्ले में रिटायर्ड डीआइजी के परिवार में बेटा और बहू रह रहे थे. लेकिन बुधवार को जिला पंचायत सदस्य बहू का शव कमरे के अंदर संदिग्ध अवस्था में मिलने से सनसनी फैल गई. घटना के बाद से पति फरार है. पुलिस मामले की जाँच कर रही है.
बहु का शव संदिग्ध अवस्था में
बुंदेलखंड के बांदा जनपद के इंदिरा नगर मोहल्ले में रिटायर्ड डीआइजी के परिवार में बेटा और बहू रह रहे थे. लेकिन बुधवार को जिला पंचायत सदस्य बहू का शव कमरे के अंदर संदिग्ध अवस्था में मिलने से सनसनी फैल गई. घटना के बाद से पति फरार है.
श्वेता सिंह जिला पंचायत सदस्य थीं
बुंदेलखंड के बांदा जनपद में उस समय हड़कंप मच गया जब जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे पर लटका मिला. जनपद के मोहल्ला इंद्रा नगर स्थित आवास में उनका शव संदिग्ध अवस्था में पाया गया. श्वेता सिंह बाँदा जिले के जसपुरा क्षेत्र के वार्ड 12 से वर्तमान में भाजपा की जिला पंचायत सदस्य थीं. घटना के बाद से उनके पति दीपक सिंह गौर घर से फरार हैं. और उनका मोबाइल भी बंद जा रहा है। दीपक सिंह गौर भी भाजपा का नेता है. घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई है. श्वेता सिंह ने बीती रात व्हाट्सएप स्टेटस लगाकर लिखा था कि- घायल नागिन, घायल शेरनी और अपमानित स्त्री से हमेशा डरना चाहिए.
पुलिस ने की मामले जाँच शुरू
आपको बता दें कि 35 वर्षीय श्वेता सिंह गौर भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री भी थीं. उनकी तीन बेटियां हैं. और उन्होंने समाज शास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. तत्काल सूचना पर भारी पुलिस बल, डॉग स्कवॉड और अन्य टीम मौके पर पहुंच चुकी हैं. फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए गहन जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है.
पति पत्नी के बीच चल रहा था विवाद
बताया जा रहा है कि उनके और पति के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था. ससुराल पक्ष और मायके पक्ष के बीच समझौते की बात भी चल रही थी. आज भी दोनों के बीच विवाद हुआ था. उससे अक्रोशित होकर उन्होंने यह कदम उठाया है. मामला दर्ज करके शव को पोस्टपार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस का कहना है कि श्वेता सिंह की मौत का कारण पोस्टपार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.
रिपोर्ट -: आश अनुरुद्ध