अमित शाह- मप्र में विधानसभा का चुनाव उनके मार्गदर्शन में ही लड़ा जाएगा
अमित शाह - मप्र में कार्यकर्ताओं को साधने और उत्साह जगाने के लिए शाह ने सीधा संदेश दिया कि मप्र में विधानसभा का चुनाव उनके मार्गदर्शन में ही लड़ा जाएगा, इसलिए पूरे उत्साह से चुनावी तैयारी में जुट जाएं। नेताओं की अलग-अलग बयानबाजी पर भी विराम लगाने की चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि वे एकजुटता का संदेश दें।
अमित शाह फिर 30 जुलाई को भोपाल आएंगे। उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र समिति, चुनाव समिति, चुनाव प्रबंधन सहित अन्य समितियों के गठन की तैयारी करके रखें, मैं 30 को इस पर चर्चा करूंगा। इसके साथ ही अब चुनावी तैयारियों की प्रतिदिन की रिपोर्ट शाह को भेजी जाएगी। शाह ने कहा कि अब वे मध्य प्रदेश में हर 15-20 दिन में आने की कोशिश करेंगे।
मजबूती के साथ चुनाव में उतरें
शाह ने सभी नेताओं से कहा कि वे मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरें। शिवराज सरकार के नेतृत्व में जो काम हुआ है, उसे जनता के बीच पहुंचाना अब संगठन का काम है। इस बीच जल्द ही भाजपा विजय संकल्प अभियान की शुरुआत करेगी। इसकी रूपरेखा तय की जाएगी। उल्लेखनीय है कि शाह को मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव की कमान सौंपी गई है। उन्होंने प्रभारी भूपेन्द्र यादव द्वारा गुजरात में अपनाई गई सूक्ष्म कार्ययोजना का हवाला भी दिया और कहा कि हमें भी उसी तरह तैयारी करनी है। गुजरात और अन्य राज्यों के संगठन क्षमता वाले कार्यकर्ताओं को शक्ति केंद्र से जिले में लगाया जाए। बूथ और शक्ति केंद्र में भी लोगों को तैनात कर दिया जाए और एक महीने में सभी प्रभारी बैठकें कर मैदानी स्थिति का आकलन कर लें। इसमें संगठन की जिम्मेदारी बड़ी है, इसलिए प्रदेशाध्यक्ष और संगठन महामंत्री दोनों इस कार्य में जुट जाएं।
बूथ से राज्य तक की तैयारियों पर की बात – शाह ने बूथ स्तर से राज्य स्तर पर अब तक की गई चुनावी तैयारियों की समीक्षा भी की। मंगलवार रात को भोपाल में हुई पहली बैठक में प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों की चुनावी तैयारियों पर चर्चा की गई। शाह ने खासतौर से कांग्रेस व अन्य दलों वाली 103 विधानसभा सीटों पर अब तक की गई तैयारियों का ब्योरा मांगा। इन सीटों पर कांग्रेस की कमजोरियों और बूथ स्तर पर तैयारियों की जानकारी को विधानसभावार तैयार करने के लिए कहा है। वोट प्रतिशत 51 करने के अब तक किए गए गए प्रयासों पर भी उन्होंने बातचीत की।