मोहंद्रा(पन्ना): ट्रायसिकिल के आभाव में रेंगकर चलने को मजबूर है वृद्ध
मोहंद्रा- कस्बे के वार्ड क्रमांक 07 में रहने बाला 74 वर्षीय वृद्ध टूड़ा पिता रामदयाल अहिरवार ट्रायसिकल के आभाव में रेंग कर चलने को मजबूर है. गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाला यह बुजुर्ग पिछली साल रक्षाबंधन के समय अपनी बेटी के घर फिसलकर घायल हो गया था. परिजनों ने अपनी हैसियत के अनुसार दवा भी कराई पर पैसों के आभाव में ये बुजुर्ग तब से ऐसे ही चल रहा है. टूड़ा की पत्नी हक्की भाई ने इस संवाददाता को जानकारी देते हुए बताया कि उसके तीन बेटे हैं दो गुजर गए. सभी लोग मेहनत मजदूरी पर आश्रित हैं और बमुश्किल अपना जीवन यापन कर रहे हैं. हम दोनों मियां बीवी हर माह मिलने वाली 600-600 रु वृद्धा पेंशन पर आश्रित है. अपने पति को ट्राईसिकिल दिलाने के लिए हमने स्थानीय पंचायत में दो-तीन बार संपर्क भी किया, पर मदद नहीं मिली. पंचायत के कर्मचारियों ने पवई या पन्ना में सक्षम अधिकारियों के समक्ष पेश होने की सलाह दी. वृद्धा हक्की बाई की मानें तो चलने फिरने में असमर्थ उसके पति को वह ऐसी हालत में पन्ना या पवई में बैठे अधिकारियों के पास कैसे लेकर जाए और वह इतनी पढ़ी-लिखी व सक्षम भी नहीं है. ऐसे में यह बुजुर्ग दंपत्ति विकलांगता को नियति मानकर इसी तरह जीवन जीने को मजबूर हैं. कुछ दिनों पूर्व इस दंपत्ति को प्रधानमंत्री आवास के तहत कुटीर भी मिली जिसकी दो किस्तें जारी हो गई हैं. आवास निर्माणाधीन है तीसरी किस्त के लिए कुछ दिनों पूर्व पंचायत के कर्मचारी फोटो लेकर गए थे. पर अभी तक तीसरी किस्त के पैसे नहीं आए हैं. नतीजतन बरसात लगने के पूर्व वह अपने बड़े पुत्र के घर आसरा लिए है.