महरौनी: बीमार होने पर लोग करा रहे झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज
कोरोना गाइडलाइन की उड़ रही है धज्जियां, मजाक में ले रहे हैं लोग कोरोना को
कोरोना महामारी से हालात लगातार बद से बदतर होतो जा रहे हैं। संक्रमण की रफ्तार तेजी पकड़ रहा है और कोरोना की यह दूसरी लहर पहले की तुलना में ज्यादा कहर भी वर्षा रही है। पिछले एक हफ्ते में कोरोना के चलते कई मौत भी हो चुकी है। कई लोग अभी भी कोरोना से जंग लड़ रहे हैं और उन परिवारों की स्थिति काफी दयनीय है। इस के बाद भी लोग लापरवाह बने हुए हैं। कोविड की गाइड लाइन का समुचित पालन नहीं हो रहा है और इसके चलते संक्रमण अधिक फैल रहा है। परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण होती जा रही हैं।
ललितपुर जिले में पिछले दिनों की अपेक्षा बहुत ज्यादा संक्रमण बढ़ रहा है। 21 अप्रैल को 348, 22 अप्रैल को 396 और 23 अप्रैल को 392 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। ये तो आंकड़े हैं, वास्तविक स्थिति अधिक विकट नजर आ रही है। जिस तरह से यह कोरोना बम फूट रहा है वह चिंताजनक हालात पैदा कर रहा है लेकिन किसी भी स्थान पर कोरोना की गाइड लाइन का पालन नहीं किया जा रहा है।
महरौनी के मुख्य बाजार सहित सब्जी एवं गल्ला मंडियों में लोग बिना मास्क के एक साथ घूमते नजर आ रहे हैं।
कई दुकानों में ग्राहकों की भीड़ नजर आ रही है और दुकानदार ही लापरवाही बनाई हुए हैं। वहीं सड़कों पर दौड़ रही बस और टैक्सी में भी ज्यादा सवारियों के चक्कर में लोगों को ठूस ठूस कर भरा जा रहा है।
बिना मास्क घूम रहे लोगों के यदा कदा चालान भी काटे जा रहे हैं फिर भी लोगों में कोई गंभीरता नजर नहीं आ रही है। भीड़भाड़ वाली जगहों पर लोग बेफिक्र होकर बिना मास्क पहने घूम रहे हैं और सोशल डिस्टेंस की किसी को परवाह नही है।
प्रशासन के प्रयास है कि लोग कोविड गाइड लाइन का पालन करें लेकिन लोगों में संक्रमण फैलने का डर दिखाई नहीं दे रहा है।अस्पतालों में हालात दयनीय बने हुए हैं और लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है ,फिर भी कई लोग बीमारी को हल्के में ले रहे हैं। यदि अभी भी लोग नहीं समझे तो इसी प्रकार लापरवाह बने रहे तो आने वाले दिनों में हालात और भी अधिक भयावह हो सकते हैं।
महरौनी कस्बा के अलावा आसपास के ग्रामों में भी अब कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने की खबरें आ रही हैं और कई घरों में लोग बीमार पड़े हुए हैं। पंचायत चुनाव के दौरान बरती गई लापरवाही के परिणाम भी अब सामने आने लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में लोग बुखार आने पर कोविड जांच नही करा रहे हैं और अन्य लोगों के भी संपर्क में आ रहे हैं। ज्यादा तावियत खराब होने पर निजी क्लीनिक या झोला छाप डॉक्टर की शरण में हैं। अंट शंट इलाज करा रहे हैं और जान का खतरा उठा रहे हैं। कुल मिलाकर हालात खराब हो रहे हैं। सतर्कता, सावधानी के साथ संक्रमण से बचाव हेतु कोविड गाइड लाइन के पालन की जरूरत है। यदि फिर भी बीमार पड़े तो कुशल चिकित्सकों के परामर्श अनुसार ही उपचार ले। इस तरह की सलाह दी जा रही है।