टीकमगढ पुलिस द्वारा थाना कोतवाली अंतर्गत सनसनीखेज चोरी जिसमें लगभग ₹800000 नगद एवं सोने चांदी के आभूषण सहित चोरी का 72 घंटे के अंदर चोरी गए मशरूका सहित आरोपियान को गिरफ्तार किया
दिनांक 17.02.2021 को फरियादिया श्रीमति मंजू पत्नि विमल जैन निवासी नूतन बिहार कालोनी ढोंगा टीकमगढ ने थाना आकर लिखित में रिपोर्ट की कि दिनांक 15.2.21 की रात इनके भतीजे मोनू जैन जो इनके पति का पूरा गल्ले का व्यापार सम्भालता था तथा इनके पुत्र जैसा था की ग्राम साडूमर उ0प्र0 के पास कार दुर्घटना में 02 अन्य साथियो के साथ मृत्यु हो गई थी । जिसके अंतिम संस्कार में शामिल होने परिवार के सभी सदस्य अपने नूतनबिहार कालोनी बाले मकान में ताला डालकर ग्राम साडूमर चले गये थे घर पर कोई नही था । दिनांक 16,17.2.21 की दरम्यानी रात अज्ञात चोर द्वारा घर के अंदर रखे 8 लाख रूप्ये नगद, डेढ किलो चांदी के आभूषण एवं पूजा के वर्तन चार सोने की अंगूठी मंगलसूत्र एवं सीसीटीव्ही का डीवीआर एवं सेटटाप बाक्स चोरी कर ले गया है ।
पुलिस की कार्यवाही
फरियादिया की रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुये अपराध पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया चूंकि मामला शहर के बडे गल्ला व्यापारी के परिवार से संबंधित था एवं गल्ले व्यापारी के भतीजे की मृत्यु होने पर परिवार के लोगो का शहर से बाहर होने का चोरों द्वारा मानवीयता को साख पर रख घटना को घटित किया गया जिससे संपूर्ण शहर एवं आमजन में ग्लानि उत्पन्न हो गई थी जो तत्काल मौके पर एफएसएल यूनिट के विशेषज्ञ, खोजी डाॅग स्काट, फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ साइबर सेल विशेषज्ञ पहुंचे एवं घटना से संबंधित वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किये गये । घटना के तरीके से यह स्पष्ट हो रहा था कि घटना घटित करने बाला उनके परिवार का परिचित है साथ ही फरियादी के घर में सीसीटीव्ही लगे थे जिसका डीव्हीआर भी चोर उखाड ले गये थे ताकि कोई भी साक्ष्य न मिले।
ऐसे में घटना को एक चुनौती के रूप में लेते हुये तत्काल अज्ञात आरोपियों की पतारसी एवं तलाश हेतु सीसीटीव्ही फुटेज की जानकारी, स्थानीय सूत्रों की जानकारी, संपत्ति संबंधी अपराधियों की जानकारी, पूंछतांछ हेतु अलग अलग टीमें घटनास्थल एवं शहर में लगा दी गई। पुलिस के विश्वस्त मुखबिरों को सक्रिय किया गया। साथ ही घटनास्थल के आसपास के सभी सीसीटीव्ही फुटेज एवं शहर में लगे शासकीय सीसीटीव्ही फुटेज खंगाले गये लेकिन इनसे कोई भी संदिग्ध गतिविधियां ,व्यक्ति समझ में नही आये। ऐसे में चिर परिचित खेाजी पुलिसिंग केा प्राथमिकता पर लिया गया तथा संदेहियों के संबध में जानकारी एकत्रित की गई। साथ ही अज्ञात आरोपियों की गिरफतारी करने हेतु श्रीमान आईजी महोदय सागर द्वारा 25 हजार रूप्ये का इनाम घोषित किया गया है ।
तरीका वारदात
इसी दरम्यान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि घटनास्थल विमल जैन के मकान के विल्कुल सामने रहने वाला रानू जैन नाम के लडके की गतिविधियां बदली हुई है जो शंका के आधार पर रानू जैन को अभिरक्षा में लेकर पूंछतांछ की गई जिसके द्वारा बताया गया कि फरियादी विमल जैन का पडोसी नीरज जैन हथेरी एवं कुंवरपुरा का रहने वाला श्रीराम यादव अपने साथी भानु पाण्डेय नूतन बिहार कालोनी के काफी दिनो से विमल जैन के घर में अत्यधिक मात्रा में धन एवं जेवरात रखे होने की चर्चा कर रहे थे, एवं कोई वारदात करने की सोच रहे थे। चूंकि फरियादी विमल जैन के भतीजे की आकस्मिक मृत्यु होने से उनके घर पर केाई भी व्यक्ति मौजूद नही था ऐसे में इनके द्वारा पूर्व में तैयार की गई अपनी योजना केा अंजाम देने का सही समय प्रतीत हुआ । उपरोक्त तीनों व्यक्तियों द्वारा अपनी टीम में राहुल उर्फ रक्खा रैकवार , बल्देवगढ के पास लडवारी का रहने वाला श्रीराम यादव का परिचित लडका राहुल लोधी और फरियादी के घर के सामने रहने वाले रानू जैन को शामिल किया गया। दिनांक 16.2.21 की रात करीबन 10.00 बजे घटना घटित करने की योजना को अंजाम देने के लिये पूरी टीम श्रीराम यादव के कुंवरपुरा घर पर एकत्रित हुई जहां पर सभी व्यक्तियों के द्वारा शराब का सेवन किया गया । इसके बाद रानू जैन निगरानी करने अपना घर जो विमल जैन के घर के सामने है वहां आ गया । नीरज जैन हथेरी अपने घर का आधा चैनल खोलकर घर के अंदर बैठा रहा कि यदि कोई व्यक्ति या गस्ती पुलिस निकले तो निगरानी हो सके । श्रीराम यादव अपने घर पर रहकर निगरानी करने लगा। भानू पाण्डेय , राहुल रैकवार उर्फ रक्खा तथा राहुल लोधी , तीनों पहले भानु पाण्डेय के घर पहुचे जहां से बारदात को अंजाम देने के लिये राहुल रैकवार उर्फ रक्खा एक लोहे की कुसिया लेकर राहुल लोधी के साथ विमल जैन के घर पर रात करीब एक से डेढ बजे के मध्य पहुचे एवं मुख्य दरवाजे का ताला लोहे की कुसिया से तोडकर अंदर पहुचे और घर के सभी कमरे अलमारियो की बारीकी से तलाशी लेकर करीब 8 लाख रूप्ये नगद सोने चांदी के आभूषण चांदी के वर्तन एक काले रंग के बैग में रखकर और अपनी उपस्थिती का साक्ष्य छुपाने के लिये उनके घर का डीव्हीआर उखाड कर ले गये तथा भागते समय घटना में प्रयुक्त कुसिया पास के मैदान में छुपाकर भानू पाण्डेय के घर पहुंच गये जहां उसके घर में सभी टीम एकत्रित हुई और रूपये पैसों आभूषणों का बरावरी से बंटवारा हुआ ।
आरोपियो की गिरफतारी एवं बरामदगी
उपरोक्त घटनाक्रम सामने आने पर 19.2.21 को पुलिस की अलग अलग गठित टीमो द्वारा आरोपी 1. रानू उर्फ अमन जैन पिता राकेश कुमार जैन निवासी नूतन बिहार कालोनी ढोगा टीकमगढ 2. श्रीराम पिता घनश्याम यादव निवासी कुंवरपुरा 3. राहुल लोधी पिता भगवत लोधी निवासी लडवारी थाना बल्देवगढ 4. भानू प्रताप पिता स्व0 राकेश कुमार पाण्डेय निवासी नूतन बिहार कालोनी ढोगा टीकमगढ 5. नीरज पिता स्व0 कैलाश चंद्र जैन निवासी नूतन बिहार कालोनी ढोगा टीकमगढ को गिर0 किया गया है जिनके पास से कुल 5 लाख 18 हजार रूपये नगदी एवं चोरी गई चार नग सोने की अंगूठी, मंदिर के चांदी के वर्तन, 08 जोडी चांदी की पायलें , 08 नग हाथों के चूडे एवं अन्य जेवरात बरामद किये गये है। प्रकरण का एक अन्य मुख्य आरोपी राहुल उर्फ रक्खा रैकवार निवासी धर्मपुरा मजरा घटना दिनांक से फरार है, जिसके पास से घटना से संबंधित अन्य सामग्री बरामद होना शेष है ।
घटना का मास्टर माइंड श्रीराम यादव एवं भानू पाण्डेय पूर्व अपराधी है। श्रीराम के विरूद्व लूट,अपहरण ,चोरी, आम्र्स एक्ट, एसीएसटी एक्ट के 06 अपराध एवं भानू पाण्डेय के विरूद्व बर्ष 2018 में हत्या करने का अपराध पंजीवद्व हो चुके है। नीरज जैन के विरूद्व वर्ष 2016 में गंम्भीर मारपीट सहित एससीएसटी का अपराध पंजीबद्व है फरार आरोपी राहुल उर्फ रख्खा रैकवार के विरूद्ध भी अनेक अपराध पंजीवद्ध है । विवरण संलग्न है ।
*प्रशंसनीय भूमिका* –
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़ श्री एम एल चौरसिया के नेतृत्व में उक्त खुलासे में अनु0अधि0पुलिस टीकमगढ केपी सिह, एफएसएल अधिकारी डाॅ प्रदीप यादव, थाना प्रभारी कोतवाली वीरेंद्र सिह पवार , थाना प्रभारी देहात नसीर फारूकी, उनि रघुराज सिह, उनि शैलेंद्र सिह, उनि चंदन सिह, उनि मयंक नगायच,उनि नीरज लोधी, उनि फिंगर प्रिंट अनिल अहिरवार, सउनि डीपी गौतम, सउनि प्रदीप संघी (सीसीटीव्ही) ,म0प्र0आर0 552 हेमलता, आर0 40 कैलाश विश्वकर्मा, आर0 35 मुकुल शुक्ला, आर0 223 आर्दश मुनि, आर0 479 भुवनेश्वर अग्निहोत्री , 541 अनिल पचैरी, 206 मनीष भदौरिया, आर0 212 हरेंद्र सिह, आर0 591 अरविंद्र निरंजन, आर0 310 फारूक आर0 15 जितेंद्र हेडले, आर0 चालक 342 आनंद चैरसिया, आर0 चालक 47 हरि प्रजापति, आर0 चालक 331 केशव, आर0 581 सतीश ,आर0 224 तरवेज अली, आर0 527 अवनीशपुरी थाना देहात, आर0 564 केशव प्रजापति, आर0 204 बृजमोहन पाराशर ,आर0 560 राजवीरसिंह, आर0 403 संतोष वमार्, चैकी खिरिया आर0 233 सूरज यादव चैकी अस्तौन, सायबर सेल 273 रहमान ,म0आर0 483 मिथलेश , म0आर0 487 कोमल वर्मा, म0आर0 470 चंदा डावर एनआरएस सेवक के साथ पुलिस लाइन से प्राप्त अतिरिक्त बल की आरोपियों की गिरफ्तारी एवं मसरूका बरामदगी में सराहनीय भूमिका रही है । जिन्हें पुरष्कृत किया जा रहा है ।
टीकमगढ पुलिस द्वारा उपरोक्त चोरी की घटना को चुनौती के रूप में स्वीकार कर 72 घंटे के अंदर खुलासा कर पुलिस की विश्वसनीयता आमजन के बीच में कायम रखी गई है ।
✍️दित्यपाल राजपूत