उरई: जिला कारागार में हुई विचाराधीन कैदी की मौत पर परिजनों ने काटा अस्पताल में हंगामा
पुलिस व प्रशासन के आश्वासन के बाद मृतक के शव को भेजा गया पोस्टमार्टम के लिए
उरई (जालौन)। अक्षय सिंह 40 वर्ष पुत्र सेवक सिंह निवासी कानपुर देहात क्षेत्र 307/302 के आरोप में जिला कारागार उरई निरुद्ध था। कानपुर में विकास दुवे हत्याकांड के बाद कानपुर जेल में बंद कुछ बंदियों अन्य जनपद की जेलों में स्थानांतरित किया गया था। उसी दौरान 307/302 दो के आरोप में अक्षय सिंह को भी जिला कारागार उरई में स्थानांतरित किया गया था। बीती रात जिला कारागार के अंदर उसकी संदिग्ध अवस्था में हालत बिगड़ गयीं तो जेल प्रशासन के हाथ-पैर फूल गये और आनन-फानन में लाकर जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया। जहां पर डाक्टरों ने अक्षय सिंह को देखते ही मृत घोषित कर दिया। जिला कारागार में निरुद्ध अक्षय सिंह की मौत के मामले में प्रशासन का कहना है कि उसकी हृदयगति रुकने से मौत हो गयी। जबकि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर अस्पताल पहुंचे मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर के अंदर जमकर हंगामा काट दिया। परिजनों का आरोप था कि जेल प्रशासन द्वारा अक्षय सिंह के साथ मारपीट की गयी जिससे उसके शरीर में चोटें भी आई इसी कारण उसकी मौत गयी है। उधर हंगामे की खबर लगते ही उप जिलाधिकारी तथा सीओ संतोष कुमार के अलावा शहर कोतवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को कार्यवाही तथा मामले की जांच करवाये जाने का आश्वासन दिये जाने के बाद मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।