समाजवादी पार्टी प्रत्याशी को नहीं मिले प्रस्तावक
नामाकंन जमा न होने पर भाजपा प्रत्याशी का निर्विरोध निर्वाचन सुनिश्चित
ललितपुर। शनिवार को प्रतिष्ठापूर्ण जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामाकंन पत्र दाखिल किये जाने थे, जिसमें सत्तादल भाजपा से अधिकृत प्रत्याशी कैलाश नारायण निरंजन ने तय समय अनुसार अपना नामाकंन पत्र कलेक्ट्रेट पहुंच कर दाखिल किया। लेकिन निर्धारित समय अपराह्न 3 बजे तक समाजवादी पार्टी की महिला प्रत्याशी श्रीमती अतलदेवी को नामाकंन पत्र दाखिल करने के लिए प्रस्ताव तक नहीं मिला। इससे भाजपा प्रत्याशी कैलाश नारायण निरंजन का जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन लगभग तय हो गया है। अब नामाकंन पत्र की जांच और उसके बाद प्रमाण पत्र दिये जाने की प्रक्रियायें शेष रह गयी हैं।
गौरतलब है कि ललितपुर की जिला पंचायत की कुल 21 सीटें हैं, जिनमें आधा-आधा दर्जन सीटों पर भाजपा और सपा ने जीत दर्ज की थीं, तो वहीं आधा दर्जन ही निर्दलीय जीतने वाले प्रत्याशियों की संख्या रही। शेष बचीं तीन सीटें बहुजन समाज पार्टी के खाते में रहीं। अब जिला पंचायत अध्यक्ष पद को जीतने के लिए निर्दलीय प्रत्याशियों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गयी थी। लगभग एक माह से अधिक समय तक ऐडी चोटी का जोर लगाकर सत्तादल भाजपा से अधिकृत प्रत्याशी कैलाश नारायण निरंजन ने निर्दलीय प्रत्याशियों को अपने खेमे में शामिल कर लिया, जबकि समाजवादी पार्टी से अधिकृत प्रत्याशी श्रीमती अतलदेवी यादव के प्रतिनिधि के रूप में सपा नेता राजेश यादव नामाकंन पत्र दाखिल करने के लिए एक मात्र प्रस्ताव भी नहीं साथ कर सके। 26 जून दिन शनिवार को नामाकंन दाखिल करने की निर्धारित तिथि पर भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी कैलाश नारायण निरंजन ने अपना नामाकंन पत्र दाखिल किया। जबकि अपराह्न 3 बजे तक सपा की अधिकृत प्रत्याशी श्रीमती अतलदेवी का नामाकंन भरने के लिए प्रस्ताव का अधूरा इंतजार करना पड़ा। अंततरू सपा प्रत्याशी अपना नामाकंन दाखिल नहीं कर सकीं। इससे अब भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी कैलाश नारायण निरंजन का जिला पंचायत के प्रतिष्ठापूर्ण अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित होना लगभग तय हो गया है। अब 29 जून को नामाकंन पत्र की जांच और जुलाई में प्रमाण पत्र मिलना ही शेष प्रक्रियायें रह गयी हैं।
राजेश यादव के कॉलेज पहुंची जेसीबी मशीन
नामाकंन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही सपा नेता राजेश यादव के ग्राम बुढ़वार रोड स्थित रानी लक्ष्मीबाई कॉलेज के बाहर एक जेसीबी मशीन, लेखपाल, कानूनगो और अवर अभियन्ता पहुंचे। जिनसे पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यहां कॉलेज की जमीन पर नापजोख होनी है। लेकिन वहीं दूसरी ओर जानकारों की मानें तो यदि सपा प्रत्याशी श्रीमती अतलदेवी अपना नामाकंन पत्र दाखिल करतीं तो उनके कॉलेज को तोडऩे की प्रक्रिया अपनाई जाती। हालांकि मौके पर पहुंचे पत्रकारों के सवालों का जबाव देने से वहां मौजूद लेखपाल, कानूनगो और अवर अभियन्ता बचते नजर आये।