ललितपुर : नया भारत को गढऩे में युवा वकीलोंं की भूमिका अहम : अधिवक्ता संवाद
ललितपुर। तीन दिसंबर को अधिवक्ता संवाद द्वारा जिला बार भवन मे अधिवक्ता दिवस (एडवोकेट डे) मनाया गया। एड.आशीष साहू ने अधिवक्ता संवाद के पुस्तकालय हेतु किताबें भेंट की जिससे अधिवक्ता अपना क्षमता वर्धन कर सकें। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिवस पर भारत भर में अधिवक्ता दिवस होता है। राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति के साथ संविधान समिति के अध्यक्ष भी थे, इन सबके पहले वह वकील रहें हैं। पूर्व शासकीय अधिवक्ता इंद्रपाल यादव ने बताया कि वकालत विश्व भर में अत्यंत सम्मानीय और गरिमामय पेशा है। भारत में भी वकालत गरिमामय और सत्कार के पेशे के तौर पर हर दौर में बना रहा है। स्वतंत्रता संग्राम में वकीलों से अधिक योगदान किसी और पेशे का नहीं रहा। स्वतंत्रता संग्राम में वकीलों ने जमकर लोहा लिया है। एड. पुष्पेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि भारत की सारी न्याय व्यवस्था अधिवक्ता के काम पर टिकी हुई है। इतना कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि न्याय मिल ही इसलिए रहा है क्योंकि अधिवक्ता उपलब्ध है। अधिवक्ता न्यायालय के अधिकारी है इसलिए अधिवक्ताओं को क्षमता वर्धन के लिए अधिक से अधिक किताबों का निरंतर अध्ययन करते रहना चाहिए हमारा पुस्तकालय युवा अधिवक्ताओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस दौरान अंकित जैन बंटी, रतिराम कुशवाहा, गौरव चौबे, शेरसिंह यादव देवगढ़, पुष्पेंद्र सिंह चौहान, बलवीर यादव, रविंद्र घोष, प्रसन्न कौशिक, अमन सुरजिया, रवि झा, अवनीश उपाध्याय, सत्यम पस्तोर आदि कई अधिवक्ता उपस्थित रहे।