शिक्षकों को मानदेय सुनिश्चित कर दिये जाने की उठायी मांग
समाजवादी शिक्षक सभा ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
ललितपुर। वित्तविहीन विद्यालयों के प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा में पूरी निष्ठा के साथ बहुमूल्य सेवायें दे रहे शिक्षकों की दयनीय व चिन्तनीय दशा को सुधारे जाने की मांग को लेकर समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष तिलक यादव एड. के निर्देशन में शिक्षक सभा जिलाध्यक्ष विजय सिंह यादव के नेतृत्व में एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा है। ज्ञापन में मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि पिछले वर्ष 2020 के अप्रैल माह से कोरोना महामारी के कारण इन विद्यालयों में विद्यार्थियों का प्रवेश व पठन-पाठन बाधित होने से विद्यालयों से बहुत ही कम शुल्क प्राप्ति हुई। ऐसी विपरीत परिस्थिति में भी प्रबंधक अपने व्यक्तिगत स्रोतों से मानवीय आधार पर इस 15 माह के कठिन दौर में कई माह तक अपनी क्षमतानुसार वेतन देते रहे, परन्तु पिछले 6 माह से अधिक समय से अधिकांश प्रबंधक चाह कर भी अपने शिक्षकों को वेतन देने में पूर्णत: सक्षम नहीं हैं। जिस कारण विद्यार्थियों के भविष्य निर्माता का अस्तित्व खतरे में है व अधिकांश भुखमरी के कगार पर हैं। यह अवसाद गृस्त व अभावगृस्त जीवन जीने को मजबूर हैं। सरकार द्वारा कोरोना महामारी में प्रदान की जा रही विभिन्न जरूरत मंदों की किसी भी श्रेणी सुविधा व आर्थिक सहायता में भी इन शिक्षकों को नही रखा गया हैं। आपकी जनप्रिय मानवतावादी व शिक्षक हितैषी सरकार से उपरोक्त शिक्षकों की समस्यों के समाधान व मुख्य धारा में जीवन जीने हेतु निम्न मांग की हैं जिनमें उत्तर प्रदेश में इस समय कुशल श्रमिक की मजदूरी 7065 प्रति माह हैं। आपसे अपेक्षा व आग्रह है कि आप शिक्षकों को उनके शैक्षणिक स्तर के अनुरूप मानदेय देना सुनिश्चित करें। उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान कोरोना के कारण जान गवाने वाले शिक्षकों को कोरोना वैरियर की श्रेणी में रखकर उनके परिजनों को विशेष सुविधा व सम्मान दिया जाये। पंचायत चुनाव ड्यूटी में जान गवाने वाले शिक्षक/शिक्षिकाओं के आश्रितों लो 1 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता व परिजनों को 1 सरकारी नौकरी सुनिश्तिा की जाये। ज्ञापन देते समय डा.महेश कुमार झा, परवेज इकबाल, रामकुमार रजक, संतोष कुमार सेन, राजीव कुमार ताम्रकार, राजेंद्र दुबे, रमाकांत सिंह निरंजन, राजेंद्र सिंह यादव, रामलाल रैकवार आदि उपस्थित थे।