ललितपुर। पंचायती राज का गठन होने के बाद से लेकर अब तक अनुसूचित जाति की सीट आरक्षित न होने की शिकायत लेकर गुरूवार को ब्लाक जखौरा की ग्राम पंचायत सिलगन के ग्रामीणों ने लामबंद होकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में ग्राम पंचायत सिलगन की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किये जाने की मांग को प्रमुखता से उठाते हुये घोषित की गयी सामान्य पुरुष आरक्षण पर आपत्ति दर्ज करायी है।
मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में बताया कि वर्तमान चुनाव 2021 में ग्राम प्रधानी के चुनाव में ग्राम पंचायत सिलगन को सामान्य वर्ग पुरूष हेतु आरक्षित किया गया है, जबकि आरक्षण के हिसाब से उक्त ग्राम प्रधानी की सीट सामान्य वर्ग पुरूष के स्थान पर अनुसूचित जाति की आरक्षित की जानी चाहिये थी। बताया कि इसके पूर्व भी चुनावो में हमारी ग्राम पंचायत सिलगन की प्रधानी की सीट क्रमानुसार वर्ष 1995 में सामान्य वर्ष, 2000 में सामान्य वर्ग, 2005 में पिछड़ी जाति, वर्ष 2010 में सामान्य पुरूष, वर्ष 2015 में सामान्य महिला एवं वर्ष 2021 में भी सामान्य पुरूष की सीट आरक्षित की जाती रही है। किन्तु वर्ष 1995 से आज तक ग्राम प्रधानी की सीट अनुसूचित जाति हेतु आरक्षित नहीं की गयी है, जिस कारण वर्तमान समय में ग्राम प्रधान सिलगन की प्रधानी की सीट अनुसूचित वर्ग की आरक्षित चक्रानुक्रम अनुसार आरक्षित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि ग्राम सिलगन में अनुसूचित जाति के लगभग 600 वोटर है, जिसके आधार पर भी ग्राम सिलगन की प्रधानी की सीट अनुसूचित वर्ग की आरक्षित किया जाना आवश्यक है जिससे हम गरीब अनुसूचित वर्ग के लोगों को प्रधानी के चुनाव में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सके। यदि इस आपत्ति पर कोई भी विचार नहीं किया जाता है और चक्रानुक्रम के अनुसार भी वर्तमान चुनाव की प्रधानी की सीट सामान्य वर्ग के स्थान पर अनुसूचित वर्ग की आरक्षित नहीं की जाती है तो हम समस्त ग्रामवासी चुनाव का बहिष्कार करने के लिए विवश होंगे। जिसकी जिम्मेवारी शासन व प्रशासन की रहेगी। ज्ञापन देते समय अनन्दी, गफूर खां, चऊदे पाल, गोपी, सुखलाल, कोमल, परमानंद, सुखदेव रजक, कृष्णा, अभिषेक, हबीब खां, रीतेश रजक, प्रेमनारायण साहू, पंकज साहू, सूरज, अरविन्द, हमीद, रामदास, लतीफ खां, रमेश, उमेश कुमार, शेर सिंह, सुन्दरपाल सिंह, रामपाल सिंह, वीरपाल सिंह, अरविंद सिंह बुन्देला, दौलत सिंह बुन्देला, राजपाल सिंह चौहान, चालीराजा, राजपाल सिंह, जण्डैल सिंह, कल्यान सिंह, राघवेन्द्र सिंह, शेष पाल सिंह बुन्देला, सलीम खां, भगवानदास, भरत राजा, पचू, अरविन्द महाराज, महेश कुमार आदि मौजूद रहे।