एक से 31 मार्च तक चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान
ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षण शुरू हुए, 10 मार्च से दस्तक अभियान
ललितपुर। जनपद में एक से 31 मार्च तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इस बार के अभियान में संभावित टीबी रोगियों के साथ-साथ कुपोषित बच्चों को भी खोजा जाएगा। मच्छर जनित रोगों से बचाव के विषय में भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से फ्रण्टलाइन वर्कर्स के प्रशिक्षित किया जा रहा है।
जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि एक से लेकर 31 मार्च तक चलने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान में एएनएम, आशा बहू और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की कुल 930 टीमें जनपद भर में घर-घर भ्रमण कर संभावित मरीजों की खोजबीन करेंगी। टीमें लोगों को मच्छरों से होने वाले लोगों के विषय में जानकारी देने के साथ ही उनसे बचाव के तरीके बताएंगी। जन्म-मृत्यु पंजीकरण से छूटे हुए लोगों की भी सूची तैयार होगी। मरीजों को संबंधित पीएचसी, सीएचसी या फिर जिला अस्पताल के लिए रेफर किया जाएगा। मलेरिया अधिकारी ने बताया कि 10 से लेकर 24 मार्च तक दस्तक अभियान चलेगा। इस अभियान में खासतौर पर टीबी रोगियों को चिन्हित किया जाएगा। ऐसे लोग जिन्हें लगातार खांसी आ रही है और वजन कम हो रहा है, उन्हें चिन्हित कर टीबी की जांच की जाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर ऐसे रोगियों को डॉट सेंटर भेजा जाएगा ताकि उनका उपचार शुरू हो सके। कुपोषण को लेकर शुरू हुई मुहिम को सफल बनाने के उद्देश्य से कुपोषित बच्चों को भी अभियान में खोजकर चिन्हित किया जाएगा।
आधा दर्जन विभाग भी करेंगे सहयोग
मलेरिया अधिकारी ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान में जिला पंचाय राज विभाग, शिक्षा विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, पशुपालन, कृषि, सिंचाई एवं उद्यान विभाग के साथ ही सूचना विभाग मिलकर काम करेंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए फ्रण्ट लाइन वर्कर्स की टीमें बनाई गई हैं। ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षण भी शुरू कर दिए गए हैं।
टीबी रोगी व कुपोषित बच्चों पर रखेंगे नजर
इस अभियान में खासतौर पर टीबी रोगियों को चिन्हित किया जाएगा। ऐसे लोग जिन्हें लगातार खांसी आ रही है और वजन कम हो रहा है, उन्हें चिन्हित कर टीबी की जांच की जाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर ऐसे रोगियों को डॉट सेंटर भेजा जाएगा ताकि उनका उपचार शुरू हो सके। कुपोषण को लेकर शुरू हुई मुहिम को सफल बनाने के उद्देश्य से कुपोषित बच्चों को भी अभियान में खोजकर चिन्हित किया जाएगा।