ललितपुर: साब-धोखा दे कें चिट फंड कंपनी ने जमा करा लय दो लाख, अब वापस नईं दे रय
पीडि़त ने एसपी को दिया शिकायती पत्र, कार्यवाही की मांग
ललितपुर। फर्जी चिटफण्ड कम्पनियों ने जिले में अपना डेरा डाला हुआ है। आये दिन किसी न किसी कम्पनी द्वारा फर्जी तरीके से षडय़ंत्र कर धोखाधड़ी से रुपये जमा कराने के बाद रुपये वापस न करने के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला कोतवाली तालबेहट क्षेत्र के ग्राम ककड़ारी से प्रकाश में आया है। यहां रहने वाली रजनी देवी पत्नी शिवकुमार गंगेले ने एसपी को शिकायती पत्र भेजते हुये एक प्राईवेट कम्पनी के अभिकर्ताओं पर दो लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।
एसपी को दिये शिकायती पत्र में रजनी देवी ने बताया कि 08 दिसम्बर 2017 को थाना जखौरा क्षेत्र के ग्राम वादीवर निवासी अभिषेक यादव पुत्र इन्दल सिंह अपने साथी पुष्पेन्द्र यादव निवासी तेरई फाटक मजरा टपरियन के साथ घर आया और उसने प्रकृति रक्षक कोओपरेशन प्रोडु.कारपोरेट लिमिटेड कम्पनी के बारे में बताते हुये तीन साल में जमा की हुयी धनराशि का अधिक होकर वापस लौटाने की बात कही। बात पर विश्वास करके उसने दो लाख रुपये जमा करा लिये। बताया कि तयशुदा तीन वर्ष बाद जब वह कुल हुये 2.96 लाख रुपये लेने पहुंची तो उक्त लोगों ने चैक संख्या 098249 को 30 दिसम्बर 2020 तारीख डालकर दिया। यह चैक जब उसने सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया के खाते में लगाया, तो उक्त चैक को बैंक मैनेजर द्वारा अनादरित होने की सूचना भी नहीं दी। कई बार बैंक मैनेजर के पास जाने के बाद भी वह आनाकानी करता रहा। जब दूरभाष पर वार्ता कर उक्त चैक व अनादरित होने की रसीद मांगी तो मैनेजर द्वारा टाल दिया गया। मामले की शिकायत जब डीएम से की गयी तो उन्होंने एसडीएम से सम्पर्क करने को कहा। 8 फरवरी 2021 को एसडीएम तालबेहट से सम्पर्क किया तो उन्होंने बैंक जाकर चैक व अनादरित रसीद लेने की बात कही। जिस पर वह बैंक गया तो वहां मौजूद बाबू ने एक माह पुरानी अनादरित रसीद थमा दी। पीडि़त का आरोप है कि इस पूरे षडय़ंत्र में बैंक की भूमिका संदिग्ध है। मामले में और जानकारी करने पर पीडि़त को जानकारी हुयी कि उक्त लोग काफी लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुके हैं। अब पीडि़त ने एसपी से मामले की निष्पक्ष जांच करायी जाकर रुपये वापस दिलाये जाने की मांग उठायी है।