ललितपुर। जिलाधिकारी अन्नावि दिनेशकुमार की अध्यक्षता में ललितपुर हवाई अड्डे के पुनरूद्धार एवं विकास हेतु फेज-1 के सम्बन्ध में सम्बन्धित जनपद स्तरीय अधिकारियों व सम्बन्धित कर्मचारियों के साथ बैठक एवं हवाई अड्डे के निर्माण की रुपरेखा तैयार करने हेतु सम्बंधित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया गया। बैठक में जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रस्तावित हवाई अड्डे के निर्माण हेतु भूमि क्रय किये जाने एवं प्रभावित होने वाले ग्रामों यथा सिवनी खुर्द, ललितपुर हद बाहर व अन्दर, चन्देरा, रोड़ा, सिलगन के किसानों से भूमि क्रय करने हेतु उनकी सहमति प्राप्त करने के लिए लेखपालों की अलग-अलग टीमें गठित कर प्रभावित ग्रामों के कृषकों से सहमति प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित हवाई अड्डे में ग्राम सिवनीखुर्द एवं ललितपुर हदबाहर व अन्दर निवासरत सर्वाधिक व्यक्ति प्रभावित हो रहें है, इसलिए भूमि क्रय किये जाने हेतु ग्राम सिवनीखुर्द एवं ललितपुर हद बाहर व अन्दर में लेखपालों की 05-05 टीमें गठित की जाये, जिससे कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जा सके। भूमि क्रय किये जाने हेतु सम्बन्धित लेखपालों द्वारा विशेष रूप से यह सुनिश्चित किया जाये कि जिस कृषक की जमीन क्रय की जानी है, उसी व्यक्ति को ही मुआवजा मिले। साथ ही उन्होंने उपमहानिरीक्षक, निबन्धन एवं सब रजिस्टार, ललितपुर को निर्देश दिये कि प्रभावित क्षेत्र में किसी भी प्रकार की भूमि पर क्रय-विक्रय नहीं कराया जाये। प्रभावित होने वाले क्षेत्र में किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य न होने दिया जाये। यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा ऐसा किया जाता है तो उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाये। उन्होंने बताया कि प्रभावित सभी ग्रामों की भूमि पर स्थित परिसम्पत्तियों यथा भवन, पेड़-पौधे, कूप, हैण्डपम्प आदि का मूल्यांकन कर अग्रेतर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्र में चिन्हित बंधियां, जिनका मूल्यांकन नहीं किया गया है, उनका मूल्यांकन कर रिपोर्ट उपलब्ध करायें। मौके पर अधिशासी अभियन्ता, लघु सिंचाई द्वारा अवगत कराया गया कि प्रभावित होने वाले क्षेत्र में 31 नग बोरिंग व 17 नग कूप मौजूद है। जिसका मूल्यांकन लगभग 63 लाख 45 हजार रूपये होता है। इस दौरान अधि.अभि.विद्युत वितरण खण्ड ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में विद्युत की कई लाइनें निकली हुई है। इस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता, विद्युत वितरण खण्ड, प्रथम को निर्देश दिये कि स्थलीय सत्यापन करते हुए विद्युत लाईन की सिफ्टिंग करायें। साथ ही उपजिलाधिकारी को निर्देश दिये कि प्रभावित क्षेत्र की भूमि से सम्बन्धित विवरण सम्बन्धित अधिशासी अभियन्ता को उपलब्ध करायें। मौके पर परियोजना प्रबन्धक, जल निगम, ललितपुर द्वारा अवगत कराया गया कि प्रभावित क्षेत्र में कुल 09 हैण्डपम्प अधिष्ठापित हैं, जिनका मूल्यांकन कर लिया गया है। बैठक में उपस्थित डीएफओ द्वारा अवगत कराया गया कि प्रभावित क्षेत्र के सभी पेड़-पौधों को चिन्हांकन एवं उसका मूल्यांकन तैयार कर लिया गया है। इसके उपरान्त सहायक अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि हवाई अड्डे के निर्माण में प्रभावित भूमि पर स्थित भवनों का मूल्यांकन कर लिया गया है। ग्राम सिवनीखुर्द में 77 भवन एवं ललितपुर हदबाहर व अन्दर में 25 भवन एवं ग्राम चन्देरा में 07 भवन प्रभावित हो रहें है, जिनका मूल्यांकन कर लिया गया है। प्रभारी जिला उद्यान अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि प्रभावित भूमि पर स्थित फलदार वृक्षों का मूल्यांकन कर लिया गया है। बैठक के उपरान्त डीएम द्वारा समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ हवाई अड्डे के निर्माण हेतु प्रस्तावित भूमि का स्थलीय निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित को उचित दिशा निर्देश देते हुए अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये। मौके पर एडीएम अनिल कुमार मिश्र, डीएफओ डी.एन.सिंह, अपर उपजिलाधिकारी/विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी ज्ञानेश्वर प्रसाद, अधि.अभि. लघु सिंचाई शैलेन्द्र सिंह, अधि.अभि.विद्युत राकेश सिंह, परियोजना प्रबंधक जल निगम प्रवीण कुट्टी, उप महानिरीक्षक निबंधन पी.पी.चौरसिया, तहसीलदार सदर श्याममणि त्रिपाठी, सहा.अभि.लो.नि.वि. इंजी.सुबोध कुमार, प्रभारी जिला उद्यान अधिकारी शालिगराम निरंजन उपस्थित रहे।