कमलनाथ ने काटा हनुमानजी की फोटो लगा केक, केक कटिंग पर मच गया बवाल
अगले साल चुनाव हैं और तैयारियां जोरो पर हैं कांग्रेस बीजेपी अगले साल की तैयारियां अभी से करने लग गई,लेकिन एक छोटी से गलती से कितना बड़ा बवाल खड़ा हो सकता हैं ये मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भली भांति समझ गए होंगे जी आपको बता दे की 18 नवम्बर को पीसीसी चीफ कमलनाथ का जन्मदिन हैं और उसका जश्न अभी से शुरू हो चुका हैं लेकिन ये जश्न कांग्रेस पर भारी पड़ गया कांग्रेस कार्यकर्ताओंने कमलनाथ से उनके जन्मदिन के पहले ही केक कटिंग करवा दी लेकिन फिर उसके बाद जो बवाल मचा है उसका कमलनाथ को भी अंदाजा नहीं था, PCC चीफ कमलनाथ के हनुमानजी की फोटो लगा केक काटने को BJP ने श्रीराम और हनुमान का अपमान बताया है। और इसके VIDEO और फोटो भी सामने आए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने एक दिन पहले अपने निवास शिकारपुर में यह केक काटा था। और इस केक की खास बात ये थी की इस केक का स्ट्रक्चर भी मंदिर की तरह ही था बीएस यही बात बवाल का कारण बन गई, राजनीती में बात का बतंगड़ किस तरह बनता हैं राजनेता इससे भली भांति परिचित होते हैं लेकिन बावजूद इसके कुछ न कुछ गलती कर बैठते हैं, आपको बता दे की पूर्व CM का जन्मदिन 18 नवंबर को है, लेकिन उनके प्रशंसक और पार्टी कार्यकर्ता उनका पहले से ही जन्मदिन मनाते हुए केक काट रहे हैं। शिकारपुर में केक कटिंग का एक वीडियो BJP ने सोशल मीडिया पर जारी कर इसे गलत बताया। कहां- ये हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ है।
VIDEO में क्या है??
कमलाथ ने जिस केक को काटा वो 4 लेयर का है। नीचे पहली लेयर पर लिखा है- हम हैं छिंदवाड़ा वाले, इससे ऊपर दूसरी पर- जीवे शरद: शतम्, तीसरी पर माननीय कमलनाथ जी और चौथी लेयर पर जन नायक लिखा हुआ है। चौथी लेयर पर हनुमान जी की फोटो है। मंदिर की तरह शिखर है। झंडा भी लगा हुआ है। और कमलनाथ केक काटते नजर आ रहे हैं। साथ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र गुप्ता और दूसरे लोग भी मौजूद हैं,
लोग बता रहे हैं अंडे का केक था…
छिंदवाड़ा में भाजपा जिलाध्यक्ष बंटी साहू ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा- पूर्व CM कमलनाथ ने भले ही हनुमान जी का मंदिर बनाया है, लेकिन उनकी मंदिर में जरा भी आस्था नहीं है। अक्सर उनका पूरा परिवार और वे खुद हिंदू धर्म की आस्था से खिलवाड़ करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। चाहे विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव हो, कमलनाथ और उनका परिवार पिकनिक मनाने छिंदवाड़ा आ जाता है। अभी तो उनकी जमीन खिसकती दिख रही है, क्योंकि वे 15 महीने मुख्यमंत्री रहे, लेकिन चुनाव से पहले किए गए अपने वादे पूरे नहीं कर पाए।घटना निंदनीय, दुखदायी है। इनका जन्मदिन अभी है नहीं, लेकिन नौटंकी करते हुए 5 दिन से छिंदवाड़ा में अपना जन्मदिन मना रहे हैं। लोग बताते हैं कि ये अंडे का केक था। क्या अंडे के केक पर हनुमान जी का फोटो लगाना ठीक है? अभी तो ये गुजरात के स्टार प्रचारकर हैं, लगता है कि ये वहां पर संदेश देना चाहते हैं कि हिंदू धर्म का मजाक उड़ाओ और चुनाव जीतो
हिंदू सहिष्णु … दूसरे धर्म का मामला होता तो सिर धड़ से अलग के नारे लग जाते
भोपाल में BJP के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने कहा, सनातन धर्म के आराध्यों को तोड़ने और काटने का मंसूबा जब मुगलों का सच नहीं हो पाया, तो कमलनाथ का कैसे हो पाएगा। वो तो हिंदू धर्म की सहिष्णुता है, जो वे ऐसे कृत्य करके भी बच जाते हैं। अन्यथा मैं चुनौती देता हूं कि उन्होंने अगर किसी दूसरे धर्म के आराध्य का ऐसा केक काटा होता, तो सिर धड़ से अलग करने के नारे लग जाते। कमलनाथ को सनातन धर्म से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस को भी इस पर अपनी सफाई देनी चाहिए।
कमलनाथ ने दूसरा केक काटा, फोटो वाला नहीं…
कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने कहा, भारतीय जनता पार्टी के पास कोई आरोप रहता नहीं है, तो धर्म और भावनाओं को भड़काने वाले बयानों को मुद्दा बनाने की कोशिश करते हैं। कमलनाथ, हनुमान जी के भक्त हैं। उनके समर्थक हनुमान जी के फोटो वाला केक लेकर पहुंचे थे, लेकिन कमलनाथ ने इस केक को नहीं काटा। दूसरे केक को काटा है। भाजपा ऐसे मुद्दे लाकर अपनी दुकान चलाने का काम करती है। ये छोटी और निम्नय स्तरीय राजनीति है।