बरुआसागर: अवैध खनन कारोबार पर वर्चस्व की जंग चरम पर
बरुआसागर: अवैध खनन कारोबार पर वर्चस्व की जंग चरम पर
*बाइक सवार को रास्ते में रोककर गाली- गलौच व मारपीट
बरुआसागर(झाँसी) देर रात गाँव से अपने घर वापस लौट रहे युवक को रास्ते में रोककर आधा दर्जन लोगों ने गाली- गलौच करते हुए मारपीट कर दी, पीड़ित युवक की तहरीर के आधार पर थाना पुलिस ने छह नामदर्ज के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा कायम कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम चिपलौठा थाना बरुआसागर निवासी सिद्धार्थ पटैरिया ने स्थानीय थाने में शिकायती पत्र देते हुए बताया है कि बीती रात लगभग 10 बजे वह चिपलौठा से बरुआसागर स्थित अपने घर आ रहा था तभी रेलवे स्टेशन मार्ग पर खांदी के पास आधा दर्जन लोगों ने रास्ते में रोककर गाली गलौच करते हुए उसके साथ मारपीट कर दी और उसकी मोटरसाइकिल में तोड़फोड़ कर जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए। घबराए हुए पीड़ित ने बताया कि हमलावरों से उसकी जान को गंभीर खतरा है तथा कभी भी उसके ऊपर दोबारा जानलेवा हमला किया जा सकता है। पुलिस ने पीड़ित की चिकित्सकीय जाँच कराते हुए पीड़ित की लिखित तहरीर पर राजेन्द्र, पवन, विक्की, नन्दू, राहुल, रोहित पर आईपीसी की धारा 147,323,427,504,506 के तहत मामला दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही प्रारम्भ कर दी है।
धीरे-धीरे सुलग रही चिंगारी कही शोला बनकर न भड़क उठे–
उक्त मामला देखने में जितना सीधा मालूम हो रहा है दरअसल उतना ही टेढ़ा और गंभीर है। समय रहते प्रशासन ने अगर ज़रूरी कदम उठाते हुए आवश्यक कार्यवाही नहीं की तो भविष्य में इसके गम्भीर दुष्परिणाम हो सकते हैं। नगर की राजनीति और समाजिक ताने बाने की गहराई से जानकारी रखने वालों को आज से लगभग 25 वर्ष पुराने घटनाक्रम की पुनरावृत्ति होती नजर आ रही है, जिसने बरुआसागर नगर की राजनैतिक और सामाजिक दशा-दिशा बदलकर रख दी थी। बालू के अवैध खनन के कारोबार पर अपना अपना वर्चस्व स्थापित करने की जंग इस समय नगर में चरम पर है, जिसके परिणामस्वरूप इस तरह के संघर्ष सम्बन्धित गुटों में आये दिन हो रहे हैं। यह छोटी-बड़ी मारपीट की घटनाएं कब गंभीर मामले में तब्दील हो जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। बताते चलें लगभग डेढ़-माह पहले भी रात के समय इन्हीं दो गुटों के दर्जनों लोगों में जबरदस्त मारपीट हुई थी जिसको लेकर दोनों पक्षों की ओर से स्थानीय थाने में एक दूसरे पर मुकदमें दर्ज कराए गए थे। इसके कुछ समय पूर्व नगर के बालू घाट पर सैकड़ों ट्रॉली अवैध बालू ज़ब्त की गई थी जिसमें खनिज विभाग ने स्वयं अपनी पीठ-थपथपाते हुए वाहवाही लूट ली थी। मगर जानकारों की मानें तो यह छापा भी इसी वर्चस्व की जंग के कारण एक पक्ष द्वारा दूसरे की मुखबिरी किये जाने की वजह से पड़ा था। पुलिस व प्रशासन के आलाधिकारियों से समय रहते इस मामले में आवश्यक कार्यवाही अपेक्षित है जिससे ये मामूली से दिखते झगड़े खूनी संघर्ष में बदलने से पहले अन्जाम तक पहुँच जाएं।
✍️राजीव बिरथरे- बरुआसागर