पुलिस व खनिज विभाग देख कर भी अनदेखा क्यों कर रहे अवैध खनन का धंधा?
महरौनी तहसील में अवैध खनन माफिया खुलेआम कर रहे हैं धंधा। उन्हें बस थाने में अपनी सेटिंग करनी होती है साथ ही खनिज विभाग के कर्मचारियों को खुश करना होता है। बाकी उनका काम आसानी से हो जाता है।
प्रतिदिन आसपास के ग्रामीण इलाको, वन क्षेत्र से लाल मुरम व नदियों से बालू रेत निकाली जा रही हैं। ऐसा नहीं है कि जिम्मेदारों को उसकी जानकारी ना हो। लेकिन इसके बाद भी सभी चुप्पी साधे हुए हैं। अवैध मुरम व नदियों से बालू निकालने का कार्य जारी है। जिम्मेदार विभाग खनिज, राजस्व व पुलिस की मिलीभगत है या कोई और बात है क्योंकि खुलेआम jcb मशीन, टेक्टर-ट्राली और ट्रक दिनदहाड़े शहर से निकल रहे हैं जिन पर किसी की कोई रोक टोक नहीं है। इसके चलते हरे-भरे जंगल, पहाड़ों और पर्यावरण को गंभीर संकट हो गया है। कस्बे के आसपास से निकली नदी जामनी बांध और भौरट नदियों में jcb से लाखों घन बालू को खोद कर अवैध तरीके से बेच दिया जाता है। यदि इस पर रोक नहीं लगाई गई तो पूरा इलाका खोखला हो जाएगा। कुछ बरसो पूर्व जहां घने जंगल थे वहां आज खनिज माफियाओं का आतंक है। कस्बे के आसपास के जंगल में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और जंगल से बालू और मुरम को अवैध तरीके से बेचा जा रहा है ।
ऐसा नहीं है कि स्थानीय अधिकारियों की नजर से माफिया दूर हो, लेकिन कारवाही ना करने के कारण इनकी मिलीभगत उजागर हो रही है।