बरुआसागर: उच्च स्तरीय जांच टीम ने परखी नपा के विकास कार्यो की हकीकत
*शिकायत के बाद नपा के विकास कार्यों की ज़मीनी हकीकत परखी गई
*जिलाधिकारी द्वारा गठित उच्चस्तरीय जाँच टीम ने किया स्थलीय निरीक्षण
बरुआसागर- जिला विकास अधिकारी व अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण विभाग के नेतृत्व में आई जाँच टीम ने नगर पालिका परिषद द्वारा नगर में कराए जा रहे विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया व शिकायत कर्ताओं की मौजूदगी में पालिका द्वारा कराए गए निर्माण व विकास कार्यों की गुणवत्ता परखी।
नगर पालिका परिषद द्वारा नगर में कराए जा रहे विकास कार्यों पर सवालिया निशान लगने बन्द नहीं हो रहे हैं। पालिका के पूर्व व वर्तमान पार्षदों सहित लगभग आधा दर्जन लोगों की शिकायत पर सोमवार को जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जिला विकास अधिकारी झाँसी उग्रसेन सिंह यादव व अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण विभाग सुनील कुमार दल-बल सहित नगर में पहुँचे व पालिका द्वारा कराए गए विकास कार्यों की जाँच की। टीम के द्वारा किला मार्ग से खांदी मार्ग के डामरीकरण की गुणवत्ता की जाँच की गई साथ ही वार्ड क्रमांक 2 में सड़क निर्माण कार्य, पल्लपुरा में सड़क और शौचालय निर्माण व घसायपुरा में कराये गए तमाम निर्माण व विकास कार्यों सहित अन्य स्थलों पर भी जाँच की गई।
जाँच टीम के साथ नगर पालिका अवर अभियन्ता विकास साहू, लिपिक कपूर सिंह कुशवाहा मौजूद रहे। वहीँ शिकायत कर्ताओं में मुख्य रूप से पूर्व पार्षद कैलाश तिवारी, पार्षद ओमप्रकाश असटया, निशा राजेश राय, मालती रजक, बालकिशन नेता, अंगूरी देवी, पप्पू मिठया सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
तुम डाल-डाल हम पात-पात…
नगर पालिका अध्यक्ष व विरोधी खेमे में मची रार थमने का नाम नहीं ले रही है। इसके पूर्व भी इसी मामले में शिकायतकर्ताओं द्वारा शिकायत की गई थी जिसकी जाँच अवर अभियन्ता सहित अन्य ने की थी मगर जाँच के वक़्त शिकायतकर्ताओं को मौके पर न बुलाये जाने से असन्तुष्ट शिकायतकर्ताओं ने जिलाधिकारी से दोबारा उनकी मौजूदगी में जाँच कराये जाने की माँग की थी। नतीजनन जिलाधिकारी ने जिला विकास अधिकारी व अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण विभाग के नेतृत्व में टीम का गठन कर दिया जिसने आज मौके पर शिकायतकर्ताओं की मौजूदगी में जाँच की। ज्ञात हो कि विगत माह में भी पालिका के प्रस्तावित मिनी स्टेडियम के अन्दर पहाड़ी से अवैध रूप से मौरंग खनन की शिकायत शासन से की गई थी जिसकी जाँच जिलाधिकारी द्वारा अपर जिलाधिकारी के नेतृत्व में गठित जाँच टीम ने की थी तथा जाँच आख्या के आधार पर पालिकाध्यक्ष पति सहित दो पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।
जानकारों की मानें तो यह सब दोनों खेमों की पुरानी चली आ रही अदावत के कारण हो रहा है। दिलचस्प बात यह है कि शतरंज की बिसात पर चल रहे इस शह और मात के खेल में गहरी राजनीति घुसपैठ कर चुकी है। अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि दोनों ही पक्ष सत्ताधारी पार्टी के बड़े नेताओं से अभयदान व आशीर्वाद प्राप्त हैं। ऐसी स्थिति में “तुम डाल-डाल हम पात-पात” का खेल नगर की जनता को रोजाना राजनीति के नए नए नज़ारे दिखा रहा है।
✍️बरुआसागर- राजीव बिरथरे