चित्रकूट: पेयजल परियोजना के प्रोजेक्ट को जल्द पूरा कराएं- एस सुधाकरण
मजदूर व मशीनरी कम होने पर नाराजगी जताई
चित्रकूट : अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) एस सुधाकरण ने रैपुरा प्रोजेक्ट के विभिन्न कंपोनेंट्स का निरीक्षण किया गया सबसे पहले गुंता डैम में बनने वाले इंटेक वेल का निरीक्षण किया गया ।
निरीक्षण के दौरान पाया कि अप्रोच मार्ग की लंबाई 68 मीटर थी जिसमें से सिर्फ 48 मीटर है गिट्टी भराई वाला कार्य हुआ था बाकी अभी भी 20 मीटर का कार्य बाकी है । मौके पर सिर्फ दो ही डंपर चलते हुए पाए गए, टिप्पर और डंपर की संख्या बढ़ाने जाने के निर्देश दिए गए जिससे कि इंटेक वेल का कार्य समय से पूर्व पूर्ण किया जा सके । इस दौरान कार्यदाई संस्था जीवीपीआर के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर श्री माधव को निर्देशित किया गया की मिट्टी भराई का कार्य मेन पावर व मशीनरी बढ़ाकर पूर्ण करने के व पंप हाउस का भी निर्माण भी किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट रायपुरा का भी निरीक्षण किया जिसमें पीसीसी का कार्य आधा पूर्ण कर लिया गया है वर्तमान में कार्य प्रगति पर पाया गया, एमसीडब्ल्यू वार मेन क्लियर वाटर रिजर्वायर का खुदाई का कार्य बहुत पहले पूरा किया जा चुका है। लेकिन पानी भरे होने की वजह से आगे का काम बाधित है। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के चारों तरफ बाउंड्री पर हार्ड बैरिकेडिंग एवं वार्निंग बोर्ड लगा जाने के निर्देश दिए गए एवं सुरक्षा मानकों का पूर्ण ध्यान दिए जाने को भी चेतावनी दी गई मौके पर 34 श्रमिक कार्यरत पाए गए मौके पर उपस्थित कार्यदाई संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर को शासन की मंशा के अनुरूप जल जीवन मिशन के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को ग्रामीण क्षेत्रों में पाए पेयजल पहुंचाए जाने जल्द पूर्ण करने के लिए निर्देश दिए। मौके पर मौजूद जल निगम के जूनियर इंजीनियर, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसलटेंट के सुपरविजन इंजीनियर पंकज श्रीवास्तव एवं थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन संस्था सेंसिस इंजीनियरिंग के डिप्टी टीम लीडर श्री दीक्षित को कार्यों की गुणवत्ता को साइट पर भेजकर के स्थलीय निरीक्षण एवं जांच किए जाने के निर्देश दिए । इसके बाद गढ़ीकला का निरीक्षण किया जहां पर क्लियर वॉटर रिजर्व वायर की 600 मिली मीटर की बड़ी पाइपलाइन बिछाई जा रही थी। मौके पर उपस्थित साइट इंजीनियर को पाइप लाइन बिछाए जाने के सभी मानकों के अनुरूप कार्य करने वह समय से पूरा करने की हिदायत दी। कहां की जल जीवन मिशन के इस महत्वपूर्ण परियोजना में कार्यदाई संस्था को मैन पावर और मशीनरी तत्काल बढ़ाएं जाने के निर्देश दिए। जिससे कि पेयजल परियोजना समय से पूर्ण हो सके एवं जनपद चित्रकूट के सभी लोगों को इसका लाभ प्राप्त हो सके।