सिंचाई विभाग की तरफ से वर्षा ऋतु के पहले लाखों रुपए खर्च करने पर धवल नाले को साफ किया गया था। लेकिन बरसात के एक ही पानी में धवल नाले की पोल खुल गई। आपको बता दें कि धवल नाले के फाठकों पर लगा हुआ कचड़ा दर्शाता है कि धवल नाले की सफाई किस हद तक हुई है। सिंचाई विभाग के लापरवाही के कारण नहीं आ पा रहा है बेला सागर तालाब जैतपुर में पानी। पानी ना आने के कारण नाले में फाटक पर लगभग चार ट्रॉली कचड़ा एवं लकड़ी के बड़े-बड़े गठ्ठे नाले के फाटक पर जमा है। जो फाटक को जाम किए हुए हैं जिसके कारण पानी तालाब बेलासागर जैतपुर की ओर नहीं निकल पा रहा है और पानी कचरे के सामने स्थर होकर वापस नदी की ओर चला जाता है। वहां पर कुछ ग्रामीण किसान नाथू राम, राम चरन , शिवपाल, ने बताया कि धवल नाले की खुदाई कम होने के कारण जो प्लर के ऊपर पट्टी बनी हुई है वह बहुत कम जगह होने से पानी निकलने में समस्या होती है और अगर उस पर कचड़ा जम गया तो पानी नही निकल पाता । जिससे आगे के गांव जैसे लमौरा,कैथोरा के किसानों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता, और ना ही तालाब में पानी पहुंच पाता है। अगर बेला सागर तालाब नहीं भर पाता है तो कई गांव के किसान सिंचाई से रह सकते हैं वंचित जिससे किसानों को मजबूर होकर करना पड़ता है बाहर पलायन। सिंचाई विभाग जेई शिवम से बात करने पर उन्होंने बताया कि मुझे मामले की जानकारी नहीं है, मैंने अभी-अभी पद संभाला है। मामला संज्ञान लेते हुए समस्या को हल कराया जाएगा।