चित्रकूट : अस्पताल बंद कर क्यों भागा स्टाफ, डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट होगी दर्ज
चित्रकूट। मुख्यालय के एमएस पटेल हास्पिटल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में कौशांबी के मंझनपुर निवासी अस्पताल संचालक डॉ. अमित सिंह के खिलाफ सदर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई है। मंगलवार को दोबारा मृतक के परिजनों ने सदर कोतवाली से लेकर अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची तो अस्पताल का गेट बंद मिला।
जिससे टीम को लौटना पड़ा। सदर ब्लाक क्षेत्र के पुरवा तरौंहा गांव निवासी मईयादीन की पत्नी सुखरानी (27) को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने सोमवार को शहर के एमएस हास्पिटल में भर्ती कराया था। डॉक्टर ने गर्भवती का आपरेशन किया। जच्चा-बच्चा की मौत होने पर परिजनों ने हंगामा काटा था। इस दौरान चिकित्सक व स्टाफ रात में ही नदारद हो गए हैं। मंगलवार को पति की तहरीर पर कोतवाली में अस्पताल के डॉ. अमित सिंह के खिलाफ धारा 304-ए के तहत मामला दर्ज हुआ है। कोतवाल राजीव कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस सुरक्षा में पोस्टमार्टम के बाद मृतका का गांव में अंतिम संस्कार कराया गया है।
मंगलवार को नोडल अधिकारी अपर सीएमओ डॉ. इम्त्यिाज अहमद ने बताया कि उनकी टीम जांच व पूछताछ के लिए हॉस्पिटल गई थी लेकिन वहां कोई स्टाफ नहीं मिला और बाहर से गेट बंद होने के कारण टीम लौट आई है। संबधित आरोपी डॉक्टर व स्टाफ से पूछताछ के लिए फोन से निर्देश दिए गए हैं।
डॉक्टर ने किया गुमराह: मंगलवार को भी परिजनों ने कोतवाली में आरोप लगाया कि नवजात की मौत के बाद महिला की हालत गंभीर होने पर आरोपी डॉक्टर ने कौशांबी स्थित न्यू शांति हास्पिटल मंझनपुर में लाने की बात कहकर चला गया। वह अस्पताल के एक कर्मचारी के साथ महिला को ले जा रहे थे, किंतु राजापुर में प्रसूता ने दम तोड़ दिया। कर्मचारी ने जानकारी डाक्टर को दी। डॉक्टर ने मृतका के परिजनों को एंबुलेंस से उतारकर अपने वाहन में बैठा लिया। कहा कि महिला को आईसीयू में रखेंगे। हालत ठीक हो जाएगी। कौशांबी हास्पिटल पहुंचने पर परिजनों के अंगूठा निशान, हस्ताक्षर कागज में लेने के बाद मृत घोषित कर दिया।
दो डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम: महिला की मौत के बाद दो डॉक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराया गया है। दर्ज रिपोर्ट में मृतका के पति ने यह भी बताया कि जानकीकुंड अस्पताल से रेफर होने के बाद वह एंबुलेंस से महिला को लेकर आ रहे थे तब एंबुलेंस चालक ने इस अस्पताल का नाम सुझाया था। घटना की सूचना पर सरदार सेना की मंडल प्रभारी वाह जिला पंचायत सदस्य मीरा भारती एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य सपा नेता अनिल प्रधान पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया।