छतरपुर: खाद्य अधिकारी स्वाति जैन के संरक्षण में चल रहा है राशन की कालाबाजारी का कारोबार
खाद्य अधिकारी स्वाति जैन के संरक्षण में चल रहा है राशन की कालाबाजारी का कारोबार
छतरपुर। जिले की खाद्य आपूर्ति अधिकारी स्वाति जैन ने कोरोना का फायदा उठाकर राशन की कालाबाजारी करने में सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं मिली जानकारी के अनुसार खाद्य अधिकारी स्वाति जैन और उनके अधीनस्थ चार इंस्पेक्टरों के द्वारा दुकानों थंव मशीनों में गड़बड़ी कराकर राशन वितरण पर रोक लगवा दी जाती है और जब महीना गुजर जाता है तो उस माल की ब्लैकमैलिंग कर राशन को बेचा जाता है। इसका एक हिस्सा खाद्य अधिकारी को मिलता है। खाद्य विभाग के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जिले में 656 राशन की दुकानें हैं। इन दुकानों से खाद्य विभाग को प्रतिमाह दो हजार रुपए से लेकर पांच हजार रुप तक का महीना बंधा हुआ है। इस राशि का मुख्य हिस्सा खाद्य अधिकारी स्वाति जैन अपने पास रखती हैं बचा खुचा हिस्सा फूड इंस्पेक्टरों को दिया जाता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 18 माह से कार्य करने वाली स्वाति जैन ने जिले से लगभग करोड़ों रुपए भ्रष्टाचार में अर्जित किए हुए हैं। इस राशि को एक आभूषण व्यापारी को दिए हुए हैं। हालांकि इस संबंध में चंदला विधायक राजेश प्रजापति और भाजपा के जिलाध्यक्ष मलखान सिंह ने एक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से स्वाति जैन को तत्काल हटाए जाने की मांग की है और संभवत: एक हफ्ते के अंदर स्वाति जैन का स्थानांतरण छतरपुर जिले से हो जााएगा। वहीं दूसरी ओर जागरुक पत्रकारों ने इसकी शिकायत लोकायुक्त में शपथ पत्र के माध्यम से भेजी है। स्वाति जैन के द्वारा जो आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है उसका भी खुलासा अतिशीघ्र होने वाला है। फिलहाल भ्रष्टाचार के लिए चर्चित हुई स्वाति जैन के कारनामे खुलने लगे हैं। कलेक्टर की नाक के नीचे और मुख्यमंत्री की मंशा पर पानी फेरने वाली स्वाति जैन आखिरकार गरीबों का निवाला क्यों छीन रही है, इस संबंध में विभाग के कई कर्मचारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि जब से मेडम आई हैं जिले में खाद्य व्यवस्था चरमरा गई है।
✍️छतरपुर से हेमेंद्र चंदेल की रिपोर्ट