– नौ दिवसीय मंसिल माता महोत्सव का शुभारंभ। – श्रीमद्भागवत पुराण की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई।
– महाशिवरात्रि को 151 कन्याओं के विवाह के साथ होगा नौ दिवसीय महोत्सव का समापन।
बरुआसागर। सिद्ध पीठ मंसिल माता के दरबार में होने वाले श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का भव्य कलश यात्रा के साथ शुभारम्भ हो गया। नौ दिनों तक चलने वाला यह महोत्सव महाशिवरात्रि के दिन एक सौ इक्यावन सर्वजातीय कन्याओं के विवाह के साथ सम्पन्न होगा।
बुधवार को नगर के बस स्टैंड के समीप परान के मैदान में स्थित सिद्धपीठ मंसिल माता के मंदिर पर होने वाली श्रीमद्भागवत कथा का शुभारम्भ मंदिर प्रांगण से भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। दोपहर बाद रथ पर विराजमान कथा प्रवक्ता पूज्या सुमन किशोरी जी की अगुवाई में कथा के पारीछत (मुख्य यजमान) श्रीमती रानी-निर्वेन्द्र कुशवाहा अपने सर पर पवित्र श्रीमद्भागवत ग्रंथ को रखकर व सैकड़ों की संख्या में महिलाएं अपने-अपने सर पर मंगल कलश लेकर पीछे-पीछे चलीं जिनके साथ नगरवासियों की भारी भीड़ शामिल रही। बैंड, डीजे, ढोल नगाड़ों की धुन पर नाचते बच्चों व उत्साही युवाओं के साथ नगर के मुख्य मार्गों पर भ्रमण करती हुई कलश यात्रा वापस मंसिल माता के प्रांगण में पहुँची जहाँ समापन के उपरान्त श्रीमद्भागवत कथा का शुभारम्भ हुआ।
सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का समापन मंगलवार नौ मार्च को होगा, जिसके उपरान्त गुरुवार ग्यारह मार्च को महाशिवरात्रि के पुण्य अवसर पर आयोजन कमेटी द्वारा एक सौ इक्यावन सर्वजातीय कन्याओं का विवाह समारोह सम्पन्न कराया जाएगा।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती हरदेवी कुशवाहा, पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि ओमी कुशवाहा, रामबाबू कुशवाहा, कैलाश नारायण शर्मा, कमेटी अध्यक्ष सुरेश कुशवाहा दाऊ, राजकुमार कुशवाहा, सुरेश भटनागर, विनोद यादव सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।