अयोध्या: रामनगरी में भूमि पूजन कार्यक्रम की तैयारियाँ जोरों पर, 6 दिन शेष
प्रतीक्षा की घड़ियाँ समाप्त होने को हैं, लगभग 500 वर्षों की साध अब पूरी होने वाली है करोड़ों हिंदुओं के आराध्य भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का शिलान्यास/ भूमि पूजन शुभ मुहूर्त में 5 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा पावन नगरी अयोध्या में प्रभु के जन्म स्थल पर होने वाला है।
2000 वर्ष पूर्व महाराज विक्रमादित्य द्वारा श्रीराम जन्मभूमि पर निर्मित कराये गए मंदिर को आज से 492 वर्ष पूर्व मुगल आक्रांता बाबर के सेनापति मीर बाँकी ने तोपों द्वारा ध्वस्त करा कर बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया था, आज कई पीढ़ियों के सदियों के संघर्ष व बलिदानों के पश्चात वह शुभ घड़ी आई है जब सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
राम नगरी अयोध्या में ही नहीं सम्पूर्ण देश और विदेशों में बसे प्रत्येक रामभक्त का स्वप्न साकार होने जा रहा है, मन में उमंगें हिलोरें ले रहीं हैं, हृदय में भक्ति भाव की पावन धारा बह रही है। भूमि पूजन के कार्यक्रम को वैश्विक उत्सव का रूप देने की तैयारियाँ पूरे जोरों पर हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आयोजन को अभूतपूर्व बनाने के लिए स्वयं अपनी निगरानी में सारी तैयारियाँ करा रहे हैं और उनको परखने के लिए वह बीते शनिवार को अयोध्या पहुँचे जहाँ उन्होंने कहा कि भूमि पूजन के दिन सम्पूर्ण अयोध्या में दीवाली मनाई जाएगी और प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत लंका विजय के पश्चात अयोध्या लौटे प्रभु श्रीराम के भव्य स्वागत के जैसे किया जाएगा। रामनगरी के चप्पे चप्पे की सजावट की जा रही है, चारों ओर हर्षोल्लास का वातावरण है रामभक्त प्रफुल्लित मन से कार्यक्रम को अभूतपूर्व व अविस्मरणीय बनाने के लिए दिन रात अनथक श्रम कर रहे हैं। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी एवं सभी प्रमुख संतों व धर्माचार्यों के अतिरिक्त अमित शाह, राजनाथ सिंह, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, भैया जी जोशी, मुकेश अम्बानी, गौतम अडानी जैसी लगभग 200 चुनिंदा हस्तियों के भाग लेने की खबरें हैं।
✍️राजीव बिरथरे की रिपोर्ट