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हिन्दू मंदिरो से नफरत करने वाले खूंखार मुग़ल शासक औरंगजेब से जुड़े कुछ अनसुने सच | GAJAB BAUCHHAR | औरंगजेब

1-औरंगजेब हिंदुओं पर जजिया कर लगाने के लिए बदनाम है। जजिया एक टैक्स होता था जो गैर- मुस्लिमों पर लगाया जाता था। हालांकि कहा जाता है कि औरंगजेब ने गरीब हिंदुओं और राजपूतों को जजिया कर से छूट दी हुई थी।
2-औरंगजेब पर एक बड़ा आरोप यह भी लगता है कि उसने बड़ी संख्या में हिंदू मंदिरों को तोड़ा। दूसर एक ओर स्सा हैं, ‘औरंगजेब ने एक बार अपने बेटे को खत में लिखा था कि एलोरा से गुजरो तो वहां की मूर्तियां जरूर देखना। औरंगजेब ने उन्हें ‘मजहरे इलाही’ कहा था यानी डिवाइन वंडर। यानी वह मूर्तियों का विरोधी नहीं था।
3- औरंगजेब भारत में इसलिए भी बदनाम है कि उसने जबरन हिंदुओं और सिखों का धर्म परिवर्तन कराया। कहा जाता है कि जब सिखों के 9वें गुरु गुरु तेगबहादुर ने कश्मीरी ब्राह्मणों की मदद की तो उसने तेगबहादुर की हत्या करवा दी।
4- वैसे तो कहा जाता है कि औरंगजेब संगीत और सौंदर्य से नफरत करता था लेकिन 1636 में जब औरंगजेब दक्कन का गवर्नर बन कर बुरहानपुर गया तो वहां उसकी मुलाकात हीराबाई से हुई़। अपने सौंदर्य और संगीत की गहरी समझ के लिए पहचाने जाने वालीं हीराबाई से औरंगजेब इश्क कर बैठा था। हालांकि वह हीराबाई से शादी नहीं कर पाया और बीमारी से हीराबाई की मौत हो गई।
5- यह भी कहा जाता है कि सत्ता हासिल करने के लिए औरंगजेब के भाई मुराद बख्श ने उसकी मदद की थी लेकिन सत्ता पर काबिज होने के बाद औरंगजेब ने मुरादबख्श की भी हत्या करा दी थी।
6- कुछ लोग औरंगजेब को भारत को राजनैतिक तौर पर एक करने के लिहाज से भी सफल शासक मानते हैं। औरंगजेब ने बीजापुर और गोलकुंडा की मुस्लिम रियासतों को अपने राज्य में मिलाया तो मराठों को हराया और दक्षिण भारत को भी मुगल साम्राज्य में मिला लिया था। केरल और असम के कुछ क्षेत्रों को छोड़ अफगानिस्तान से लेकर दक्षिण भारत तक और गुजरात से लेकर असम तक मुगल साम्राज्य का विस्तार था।
7- औरंगजेब को खाने का ख़ूब शौक था। बड़े साम्राज्य का शासक बनने के बाद औरंगजेब मांस से परहेज करने लगा था। उसे ताजे फल बेहद पसंद थे और वह आम के बड़े शौकीन थे।
8- औरंगजेब की क्रूरता के किस्सों में एक यह भी है कि उसने सत्ता हासिल करने के लिए अपने भाइयों दारा शिकोह और शाह शुजा का भी कत्ल करा दिया और अपने पिता शाहजहां को भी कैद कर लिया था।
9- औरंगज़ेब कट्टरता से इस्लाम धर्म को मानता था और पाचों समय नमाज पढ़ता था। उसने सिक्कों पर कलमा खुदवाना, नौरोज का त्यौहार मनाना, भांग की खेती करना, गाना-बजाना आदि पर रोक लगा दी थी।
10- औरंगजेह खाने-पीने, वेश-भूषा और जीवन की अन्य सभी-सुविधाओं में संयम बरतता था। कहते हैं कि वह अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कुरान की नकल करके और टोपियां सीकर कुछ पैसा कमाने का समय निकाल लेता था। हालांकि इतिहासकार कहते हैं कि टोपियां बनाने की बात बकवास है।

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