बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का नया नारा:सागर में कहा- ‘तुम मेरा साथ दो, मैं तुम्हें हिंदू राष्ट्र दूंगा’, भारत हिंदू राष्ट्र बनकर रहेगा
सागर के जरुआखेड़ा के पास स्थित जालंधर में मां ज्वाला देवी मंदिर में जैसीनगर से दर्शन करने के लिए बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पहुंचे। उनके आने की खबर मिलते ही आसपास के गावों से हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए। जैसे ही, वे वहां पहुंचे तो लोगों ने जय श्रीराम के जयकारे लगाना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने मां ज्वाला देवी के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। साथ ही प्रसादी ग्रहण की।
दर्शन करने के बाद वे मंदिर से बाहर आए तो परिसर में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने घेर लिया। जिसके बाद वे कार के सनरूफ में खड़े हुए और भक्तों को संबोधित किया। इस दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र बनकर रहेगा। हम तुमसे कहते हैं कि अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए जाग जाओ। वरना कोई राम मंदिरों को पूजने वाला नहीं रहेगा, इसलिए मैं कहता हूं कि तुम मेरा साथ दो, मैं तुम्हें हिंदू राष्ट्र दूंगा। क्योंकि अब यही कहना होगा कि भारत में रहना होगा तो सीताराम कहना होगा। पंडित धीरेंद्र शास्त्री की बात सुन भक्तों ने जय श्रीराम के जयकारे लगाना शुरू कर दिया। इस दौरान कई भक्त पेड़ों पर चढ़कर उनके वक्तव्य को सुनते नजर आए।
दरअसल, सागर की सुरखी विधानसभा क्षेत्र के जैसीनगर में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तीन दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन किया गया है। कथा के आखिरी दिन सोमवार को वे जालंधर में मां ज्वाला देवी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे।
जालंधर में करूंगा तीन दिन की कथा
मंदिर परिसर में भक्तों से चर्चा करते हुए पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि धन्य है ग्राम जालंधर के लोग, जहां मां ज्वाला देवी विराजमान हैं। मां ज्वाला देवी के दर्शन कर कहां कि मैंने ऐसी अद्भुत मूर्ति जहां मां ज्वाला देवी साथ सिद्धि-रिद्धि भगवान गणेश के साथ विराजमान ऐसा स्थान देश में कहीं नहीं देखा है।
मैं जालंधर आकर 2-3 दिन की कथा जरूर करूंगा। उन्होंने कहा कि जो ज्वाला माई की शरण में आएगा, उसकी झोली मां जरूर भरेंगी। हम तो माता के सामने अर्जी लगा चुके हैं कि भारत हिंदू राष्ट्र बने। आप लोग भी लगाइए। इस दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मंदिर परिसर में मौजूद हजारों भक्तों की सामुहिक अर्जी भी लगवाई। उनके साथ परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी मौजूद थे।