जैसीनगर में स्व सहायता समूह की महिलाओं को 1.4 करोड़ राशि के चैक वितरण
सागर: गांव गांव में एक नहीं कई-कई स्व सहायता समूह होना चाहिए। महिलाए अपनी सखियों को भी फायदा बताकर जोड़े। इससे आय बढ़ेगी और घर की सुख सुविधाएं बढ़ने के साथ आत्म निर्भरता आएगी। जो भी काम अच्छा लगे वह करें। पैसा लाना मेरा काम है और उसका सही उपयोग करना आपका काम। सरकार आपके साथ है। मुझे आज खुषी हुई है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शिवराज सिंह की सोच के अनुसार महिलाए आत्मनिर्भर बन रही ही है। अपनी सफलता की कहानी महिलाओं ने खुद अपनी जुबानी बताई है।
यह बात राजस्व व परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने जैसीनगर में आयोजित स्व सहायता समूह बैंक लिंकेज कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने 1 करोड़ 4 लाख राशि के चैक भी स्व सहायता समूह की महिलाओं को वितरित किए।
मंत्री राजपूत ने कहा कि जैसीनगर में बोरा फैक्ट्री भी लगने वालनी है, जिसमें समूह की महिलाओं को काम मिलेगा। उन्होने कहा कि चुनाव में जो सहयोग सभी ने किया है उसे हम कभी भूल नहीं सकते। आपने हमारे लिए मेहनत की है अब हम आपकी उन्नति और विकास के लिए मेहनत करते रहेंगे। हम आपको समूह का नही घर का सदस्य मानते हैं। अभी पूरे विधानसभा क्षेत्र में 12965 परिवार जुड़े है ये 20 हजार होना चाहिए। महिलाओं के लिए आजीविका मिशन भवन बनवा दिया है, उसमें बैठो, काम करो और स्बाबलंबी बनो।
पूर्व जि.पं. अध्यक्ष सविता सिंह राजपूत ने कहा कि बहुत पहले एक पौधा लगाया था कि महिलाएं घर घूंघट से बाहर आए वह अब पेड़ बन गया है। उनका प्रयास सफलता के परवान चढ़ रहा है। पीएम, सीएम की सोच है कि आत्मनिर्भर भारत बने इसलिए प्रेरणा लेकर अन्य महिलाओं को बाहर आना चाहिए। इससे आत्मबल और आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्होंने कहा कि हुनर और कला को उभारने में हमारी माता बहने पीछे नही है। अपनी निरंतर उन्नति और विकास का पहिया रूकना नही चाहिए। श्रीमति राजपूत ने कहा कि ऐसे ही संबंध हमेशा बने रहे। हम झूठे वादे नहीं करते, जो कहते हैं करके दिखाते है। हमारा तो सुरखी क्षेत्र के लिए पूरा जीवन समर्पित है। राजू बड़ोनया ने कहा कि समूहों की महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। हमे फख्र है कि सविता राजपूत ने जि.पं. अध्यक्ष रहते घर-घर से महिलाओं को जोड़ा और प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। जितेन्द्र सिंह बुंदेला ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा हो रहा है।
इस दौरान गौरीशंकर सोनी, साहब सिंह ठाकुर, इमरत प्रजापति, पप्पू दुबे सूखा, डब्बू आठिया, पप्पू तिवारी, अरविंद जैन, नीरज जैन, ब्रजेन्द्र ठाकुर, माखन जोशी, रूपलाल पटैल, विष्णु नेमा, पंचम सिंह ठाकुर, नत्थू सिंह ठाकुर, नीरज सिंह औरिया, साहबसिंह सेमरा, शिवराज सिंह प्रमुख रूप से मौजूद थे।