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नाराहट: सार्वजनिक परिवहन में नाराहट क्षेत्र फैल, डग्गामारो की बल्ले बल्ले

कस्बा नाराहट एवं आसपास के क्षेत्रवासियो के लिए जिला मुख्यालय ललितपुर से पहली बस 11.45 दोपहर में चलती है । जिससे यात्री अपने गंतव्य पर शाम 4 बजे के करीब पटना, पारोल आदि सुदूरवर्ती ग्रामो में पहुँचते है। जिला मुख्यालय से सुबह के समय कोई सीधी बस इन ग्रामो के लिए नही है। रोगी जो जिला अस्पताल से रोग मुक्त होते है उन्हें भी अपने घर तक आने में काफी समय लगता है। डग्गेमार वाहन इसका फायदा उठाते है और सवारियों से मनमाना किराया वसूलते है। लोगो के पास लुटने के अलावा कोई रास्ता भी नही है।

आज से 15 साल पहले जामनी बांध से झांसी के लिए सीधी बस संचालित होती थी, जिससे रोगियों को एवं व्यापारियों को काफी लाभ होता था। जामनी से जाखलौन ,धौर्रा, राजघाट के लिए भी बस सर्विस थी। नाराहट क्षेत्र में कोई बड़ा अस्पताल नही है जिससे रोगी जिला मुख्यालय एवं मंडल मुख्यालय झांसी पर आश्रित रहते है। न्यायालय कार्य हेतु भी फरियादी मुख्यालय आते जाते रहते है।

क्षेत्रवासी लंबे समय से परिवहन विभाग की ओर आस लगाए बैठे है की उनकी तकलीफ का कोई हल निकलेगा। लेकिन हालात जस के तस है।क्षेत्रवासियों की मांग है कि यदि सुबह 7 से 8 के बीच एक सीधी बस अगर रोडवेज द्वारा चलवाई जाए तो यात्रियों का समय और धन दोनों की बचत होगी।

✍️डॉ अजांक उपाध्यक्ष

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