भोपाल में सुबह से लगातार हो रही जोरदार बारिश, भोपाल के रास्ते बने नाले : नर्मदापुरम में तवा डैम के गेट खुले
भोपाल : मध्यप्रदेश में फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया है। राजधानी समेत कई जिलों में रातभर से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। भोपाल में तो सुबह से जोरदार बारिश से कई रास्तों ने नाले का रूप ले लिया। इंदौर में रात में करीब एक इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। अशोक नगर, नर्मदापुरम, शिवपुरी, छिंदवाड़ा में भी बारिश जारी है।
लगातार हो रही बारिश से नर्मदापुरम के तवा डैम में पानी बढ़ गया है। जिसके बाद जलस्तर बनाए रखने के लिए 3 गेट खोलकर 16 हजार 70 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे पहले मंगलवार को 11 गेट खोले गए थे। पिछले 40 घंटे से लगातार तवा डैम के गेट खुले हुए हैं।
उज्जैन में पिछले 24 घंटों में करीब एक इंच पानी गिरा हैं
तेज बारिश की वजह से शिप्रा नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है। रामघाट स्थित मंदिर आधे से ज्यादा डूब गया हैं। यहां पर बने छोटे पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। रायसेन में भी मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यहां रातभर से कभी धीमी तो कभी तेज बारिश हो रही है।
जबलपुर में बरगी डैम के 11 गेट खुले हुए हैं
लगातार पानी की आवक से नर्मदा नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर 12 घंटे में नर्मदा नदी का जलस्तर 8 फीट बढ़ गया है। बरगी बांध के ईई एके सूरे ने बताया हैं ,कि बरगी बांध अपनी क्षमता से अधिक 422.95 मीटर तक भर गया है। अभी 2094 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। दोपहर 12 बजे जल निकासी को बढ़ाकर 3083 क्यूसेक किया जाएगा। बांध के 13 गेट 1.53 मीटर ऊंचाई तक खुले रहेंगे। घाटों पर भी 6 से 8 फीट तक पानी बढ़ा है।
छिंदवाड़ा में भी बारिश का दौर जारी
छिंदवाड़ा में भी रातभर से रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश हो रही है। मंगलवार को तेज बारिश के बाद सौंसर और बहुआ ब्लॉक की सीमा से लगे 15 गांव नाले के उफान पर आने से शहर से कट गए। दोपहर में देवी और बड़ोस के बीच उफान पर आए नाले को पार करते समय बाइक सवार बह गया। किनारे खड़े ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला। पिपल से कोपरावाड़ी मार्ग पर जाम नदी के रपटे पर पानी आ गया। जिले में अभी तक 1452.1 मिमी (57 इंच) औसत वर्षा दर्ज की गई है, जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 863 मिमी (34 इंच) औसत वर्षा दर्ज की गई थी।
प्रदेश में बनेंगे दो सिस्टम
मौसम विभाग के मुताबिक इस माह में बारिश के लिए प्रदेश में दो सिस्टम बने हैं , हालांकि ज्यादा बारिश नहीं होने से जुलाई और अगस्त की तुलना में 15% बारिश भी नहीं हो सकी। जिसके चलते मौसम विभाग ने इस महीने ज्यादा बारिश नहीं होने की संवाभना जताई थी। हालांकि अभी दो और सिस्टम बनने की संवाभना है। जिसमें से एक 17 सितंबर तक बनने की उम्मीद है। हालांकि उससे भी बहुत ज्यादा पानी गिरने की उम्मीद नहीं है।
दो सिस्टम में से एक ने ही हल्की बारिश कराई
मध्यप्रदेश में 1 सितंबर से लेकर 13 सितंबर तक दो सिस्टम बने। पहला सिस्टम 8 सितंबर को बना, लेकिन इससे ज्यादा बारिश नहीं हुई। दूसरा सिस्टम 12 सितंबर से बना। इससे अब तक सबसे ज्यादा बारिश खंडवा में 4 इंच तक हुई है। इसके अलावा प्रदेश भर में रिमझिम बारिश हुई है। मौसम विभाग ने इस दौरान जबलपुर, भोपाल, इंदौर समेत आधे एमपी के इलाकों में भारी बारिश की उम्मीद जताई थी, लेकिन अनुमान सटीक नहीं बैठे। मौसम विभाग ने शुरुआती 7 दिन जहां-जहां बारिश का अलर्ट जारी किया था, उनमें से एक-दो जगह को छोड़कर कहीं भी ज्यादा पानी नहीं वर्षा। जहां सिर्फ गरज-चमक की चेतावनी जारी की थी , वहीं जमकर हुई बारिश।
नर्मदापुरम में सबसे ज्यादा साढ़े 3 इंच पानी गिरा
24 घंटे यानी मंगलवार सुबह साढ़े 8 बजे से बुधवार सुबह साढ़े 8 बजे तक नर्मदापुरम में साढ़े 3 इंच, पचमढ़ी में 3 इंच, सागर, रायसेन, छिंदवाड़ा में 2.5-2.5 इंच, गुना, मंडला, नरसिंहपुर में 2-2 इंच, इंदौर, भोपाल, दमोह में 1.5-1.5 इंच, शिवपुरी, दतिया, रीवा, खरगोन, खंडवा और जबलपुर में करीब 1-1 इंच, ग्वालियर, खरगोन, सतना, उज्जैन, बैतूल और सीधी में आधा-आधा इंच पानी गिरा है। इसके अलावा धार और उमरिया में भी पानी वर्षा हैं.
जितना पानी 11 दिन में गिरा, उसका आधा 2 दिन में वर्षा
इस साल का सितंबर बीते 7 साल में बारिश के लिहाज से अब तक सबसे कमजोर रहा है। प्रदेश में करीब सवा तीन इंच बारिश हुई है। इसमें बीते 48 घंटे में एक इंच पानी गिरा। आने वाले समय में बहुत स्ट्रांग सिस्टम की उम्मीद अब तक नहीं है। ऐसे में एक मात्र उम्मीद 17 सितंबर से बनने वाले सिस्टम से है। रिटायर्ड वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक जेडी मिश्रा ने बताया कि सितंबर में औसतन 10 दिन बारिश होती है। करीब 3 सिस्टम बनते हैं। अभी तक दो ही सिस्टम बने हैं। अब ज्यादा बारिश होने की उम्मीद बहुत कम है। हल्की-फुल्की बारिश के साथ ही मानसून की विदाई होगी। दो दिन बाद से देश भर में मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी। इस कारण अब इससे बहुत ज्यादा बारिश होने की उम्मीद नहीं है।