टीम इंडिया जिम्बाब्वे के दौरे पर है। केएल राहुल की कप्तानी में भारतीय टीम यहां वनडे सीरीज खेलने जा रही है। इसके लिए भारत ने कई युवा खिलाड़ियों को टीम में जगह दी है। भारत ने जिम्बाब्वे में अब तक 23 वनडे मैच खेले हैं। जिसमें टीम ने 19 मुकाबलों में जीत हासिल की है, और सिर्फ 4 मैचों में हार का सामना किया है। जिम्बाब्वे में भारत ने आखिरी वनडे सीरीज 2016 में खेली थी। इस दौरान भारत ने 3-0 से जीत दर्ज की थी। भारतीय टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा से लेकर विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों को इस सीरीज में आराम दिया गया है। वहीँ युवा खिलाड़ियों के पास खुद को साबित करने का मौका है। दोस्तों इशान किशन और कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ी इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन कर टीम इंडिया में अपना दावा मजबूत कर सकते हैं। तो चलिए बात करते है ऐसे खिलाडियों की जिनपर जिम्बाब्वे सीरीज में सभी की निगाह रहेगी।
दीपक चाहर
दोस्तों लंबे समय बाद भारतीय टीम में वापसी कर रहे दीपक चाहर से इस सीरीज में टीम इंडिया को बहुत उम्मीद होगी। चोट के कारण ये खिलाड़ी IPL 2022 में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का भी हिस्सा नहीं था। दीपक को एशिया कप 2022 के लिए भी टीम इंडिया में स्टैंडबाय के तौर पर रखा गया है, ऐसे में केएल राहुल की कप्तानी में वह प्लेइंग 11 में खेलते दिखाई दे सकते हैं। 29 साल के दीपक को फरवरी में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की टी-20 सीरीज के दौरान चोट लग गई थी। दोस्तों अपने शुरुआती ओवरों में अपनी स्विंग गेंदबाजी से विकेट निकालने वाले दीपक जिम्बाब्वे में बल्ले से भी अच्छा योगदान दे सकते हैं। नवंबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भी दीपक इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन कर अपना दावा मजबूत करना चाहेंगे।
कुलदीप यादव
अगला नंबर आता हैं कुलदीप यादव का एशिया कप 2018 में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले कुलदीप यादव को 2022 के एशिया कप टूर्नामेंट में टीम का हिस्सा तक नहीं बनाया गया है। 2018 के एशिया कप में कुलदीप ने 6 मैच में 10 विकेट झटके थे। इस बार उनकी जगह रवि बिश्नोई को मौका मिला है। ऐसे में जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज में कुलदीप को खुद को साबित करने का मौका है। वहीँ दोस्तों युजवेंद्र चहल के टीम में ना होने से उन्हें सभी मैचों में मौका मिल सकता है। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में भी कुलदीप को ज्यादा मौके नहीं मिले थे। नवंबर में टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया जाना है। वहां के ग्राउंड बड़े होते हैं। ऐसे में कुलदीप जैसे गेंदबाज को बड़े शॉट लगाना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होगा। इस सीरीज में अगर कुलदीप अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो चयनकर्ता उन्हें आगे भी मौका दे सकते हैं।
ईशान किशन
दोस्तों कुछ दिन पहले तक रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करने वाले ईशान किशन को भी एशिया कप में मौका नहीं दिया गया है। जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज में भी केएल राहुल और शिखर धवन के होते हुए उनकी जगह प्लेइंग इलेवन में कितनी पक्की है, ये देखना दिलचस्प होगा। 24 साल के किशन ने भारत के लिए तीन वनडे मैचों में 88 रन बनाए हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 59 रन है। किशन का औसत 29.33 और स्ट्राइक रेट 107.32 का है। हालांकि, किशन 19 टी-20 मैच में देश के लिए 543 रन बना चुके हैं। टी 20 में उनका औसत 30.16 और स्ट्राइक रेट 131.15 का है। जिसमें चार अर्धशतक भी शांमिल हैं ,इस सीरीज में अगर ईशान को मौका मिलता है तो वह अपना रिकॉर्ड बेहतर करना चाहेंगे।
अर्शदीप सिंह
बाएं हाथ के युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को आईपीएल और वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में अच्छे प्रदर्शन का ईनाम मिला है। दोस्तों अर्शदीप एशिया कप में चुनी गई टीम का हिस्सा हैं। मौजूदा समय में भारतीय टीम में अर्शदीप एकमात्र बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। ऐसे में जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज में अच्छा प्रदर्शन कर उन्हें दिखाना होगा कि उनके चयन का फैसला गलत नहीं है। अर्शदीप ने अब तक टीम इंडिया के लिए 6 टी-20 मैच में 9 विकेट लिए हैं। वहीं, उन्होंने वनडे में अभी तक भारतीय टीम के लिए डेब्यू नहीं किया है।
आवेश खान
दोस्तों टीम इंडिया के तेज गेंदबाज आवेश खान लगातार फ्लॉप हो रहे हैं और उन्हें मौके भी मिल रहे हैं। वहीँ जसप्रीत बुमराह की जगह एशिया कप में आवेश को चुना गया। इस साल आवेश ने 13 टी-20 मैच खेले हैं और लगभग 32 की औसत से सिर्फ 11 विकेट लिए है। उनका इकॉनमी भी 9 के करीब है। ऐसे में आवेश के लिए जिम्बाब्वे सीरीज काफी महत्वपूर्ण होगी इस सीरीज में उन्हें अपनी गेंदबाजी में वो धार दिखाना होगा जिसके कारण उन्हें 10 करोड़ की बड़ी रकम देकर लखनऊ की टीम ने IPL में अपनी टीम का हिस्सा बनाया था। आवेश भी चाहेंगे कि सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद ही वो एशिया कप में टीम इंडिया के साथ जुड़े।