मोहंद्रा- कस्बे के बड़ा बाजार स्थित वन विभाग के पुराने कार्यालय की दीवाल मानस भवन मंदिर तरफ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है. कई बार इस दीवाल के मलबे के गिरने से लोग बाग जैसे तैसे बचे हैं. इसी गली में रहने वाले जनरल स्टोर दुकान के संचालक भोले कचेर नवरात्रि के समय इसके मलबे से घायल भी हो चुके हैं. कुछ दिनों पूर्व जन सरोकार से जुड़ी इस महत्वपूर्ण खबर को स्थानीय मीडिया ने प्रमुखता से उठाया तो आनन-फानन में कलेक्टर पन्ना के आदेश पर तहसीलदार सिमरिया सहित वन विभाग के अधिकारियों ने इसका निरीक्षण किया, पर करीब एक माह से भी ज्यादा का समय गुजर जाने के बाद भी क्षतिग्रस्त दीवार निरीक्षण और नाप जोख की रस्म अदायगी तक सीमित है. जबकि बरसात आने में चंद् दिन शेष हैं. दीवाल की मरम्मत न होने से इस गली में रहने वाले लोग खासे चिंतित और हर वक्त संभावित हादसे के डर के बीच रहने को मजबूर है. मोहल्ले में रहने वाले लोगों ने इस संवाददाता से बात करते हुए बताया कि थोड़ी सी बारिश हुई नहीं कि इसका मलबा गिरने लगता है क्षतिग्रस्त दीवार का निरीक्षण करने आई तहसीलदार महोदया ने बरसात पूर्व दीवार की मरम्मत करा देने का आश्वासन दिया था इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी मोहन्द्रा कृष्णम प्यासी से संपर्क किया गया तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि दस लाख रुपए से अधिक की वैल्यू रखने वाले किसी भी क्षतिग्रस्त भवन को लोक निर्माण विभाग कलेक्टर की परमिशन के बाद गिराता है. वन परिक्षेत्र अधिकारी मोहन्द्रा के मुताबिक यहां से फाइल बनाकर डिवीजन को भेजी जा चुकी है. कलेक्टर कार्यालय से परमिशन मिलते ही क्षतिग्रस्त दीवार गिराने का काम प्रारंभ हो जाएगा.