आज के दौर में देखा जाए तो अक्सर जेंडर इक्वलिटी पर चर्चा होती रहती है पर मुझे गर्व है कि मैं हिंदुस्तान की बेटी हूँ जिस देश ने प्रथम नागरिक राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री,विदेश मंत्री,वित्त मंत्री दी।
हमारी देश की बेटियाँ जमीन से लेकर आसमान तक सफलताओं के नए आयाम स्थापित करती जा रही है परंतु आज भी महिलाओं को सशक्तिकरण के लिए और समाज को जागरूक करने की जरूरत है जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर होते हुए राष्ट्र के सर्वांगीण विकास में अपनी भूमिका को और मजबूत और सके।
देश की हर एक बेटी , हर एक महिला का समाज निर्माण में अपना अतुलनीय योगदान है केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की बहुत सी योजनाए जैसे आजीविका मिशन, आत्मनिर्भर भारत, स्वसहायता समूह ऋण के माध्यम से महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।
हमें कई बार पराजित होना पड़ सकता है लेकिन हमें हार नहीं माननी चहिये । (“You may encounter many defeats, but you must not be defeated”)
आज भी समाज में महिलाओं के खिलाफ व्याप्त कुरूतियों के कारण बहुत सारी बार हमारा सर शर्म से झुक जाता है और हमे यह सोचने में मजबूर होना पड़ता है कि आखिर हम किस दिशा में आगे बढ़ रहे है।
मैं इन कुरुतियों के खिलाफ हमेशा संघर्ष करूँगी और यही कारण कि मैं इस संघर्ष को मजबूती प्रदान करने राजनीति का माध्यम चुना जिसके माध्यम से समाज मे महिला उत्पीड़न और अपराधों के खिलाफ लगातार संघर्ष करते हुए एक सशक्त भारत के निर्माण में अपनी सूक्ष्म सी भूमिका निभाने का प्रयास कर रही हूं।