राज्यमंत्री और भाजपाइयों ने एसडीएम को दिया ज्ञापन, कार्य जारी रखने की मांगी अनुमति
महरौनी तहसील महरौनी क्षेत्र के ग्राम कुम्हेड़ी में शुक्रवार की दोपहर उस समय हड़कंप मच गया, जब दलबल के साथ प्रशासनिक अमला गांव में पहुंचा और एक खेत में एलएनटी मशीन के माध्यम से जारी खुदाई के कार्य को रुकवा दिया गया। मौके पर मौजूद एलएनटी मशीन को भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जप्त कर लिया गया । प्रशासनिक अधिकारियों को गांव में अवैध खनन होने की सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। हालांकि प्रशासनिक कार्रवाई के बाद शासन सत्ता के लोग भी हरकत में आए। एसडीएम महरौनी को राज्यमंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी के नेतृत्व में भाजपाइयों द्वारा एक ज्ञापन सौंपा गया और इस कार्य को वैधानिक बताते हुए खेत में रैंप निर्माण के कार्य को जारी रखने की अनुमति प्रदान करने की अपील की गई।
संबंधित कृषक भी सत्ताधारी पक्ष से ताल्लुक रखते हैं, और इसकी सूचना जब भाजपाइयों को दी गई, तो मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ राज्यमंत्री भी पहुंच गए। इसके बाद एसडीएम महरौनी मोहम्मद कमर को दिए गए ज्ञापन में अवगत कराया गया है कि ग्राम कुम्हेड़ी निवासी श्रीराम पटेल पुत्र जालम पटेल का एक खेत है, जो कि रकवा लगभग 0.50 एकड है। गत वर्ष 2019 में खेत तालाब योजना के अंतर्गत यहां पर खुदाई कार्य कराया गया था। ज्ञापन में अवगत कराया गया कि वर्तमान में ग्रामीण कृषक श्रीराम द्वारा रैंप निर्माण के लिए एलएनटी मशीन के माध्यम से कार्य कराया जा रहा था लेकिन कुछ ग्रामीणों द्वारा प्रशासन को गुमराह करते हुए अवैध खनन की गलत सूचना दी गई, जबकि इस तरह का कोई अवैध कार्य नहीं कराया जा रहा है। प्रशासन से मांग की गई है कि रैंप निर्माण कार्य को स्वीकृति प्रदान की जाए। इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक वह राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी द्वारा जिलाधिकारी ललितपुर को भी दूरभाष पर मामले से अवगत कराया गया है। ज्ञापन में अवगत कराया गया है कि प्रशासन द्वारा गलत तरीके से यह कार्य रुकवा दिया गया है,जिसको जारी रखने की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की गई है।
इस संबंध में एसडीएम महरौनी मोहम्मद कमर का कहना है कि अवैध खनन की सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके बाद प्रशासन द्वारा मौके पर जाकर कार्रवाई की गई है। इसकी जानकारी खनन अधिकारी को दी गई है, जो मौके पर पहुंच चुके हैं। उनके द्वारा जो जांच आख्या दी जाएगी, उसके अनुसार आगे नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या वास्तव में अवैध खनन हो रहा था, या ग्रामीण कृषक द्वारा नियमानुसार अपने खेत में रैंप बनाया जा रहा था,
इसके बारे में स्पष्ट जानकारी जांच के बाद ही मिल सकेगी।