ललितपुर के पूराकलां में डायरिया से मौत, दर्जनों गम्भीर, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
पूराकलॉं के वंशकार मुहल्ले मे फैला डायरिया,
एक युवक की मौत, दर्जनों बीमार,
सीएचसी में मरीजों को कराया गया भर्ती,
तालबेहट। पूराकलाँ के दलित बस्ती में डायरिया की दस्तक से एक दर्जन से अधिक लोग बीमार हो गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज को पहुंचे मरीजों को देख स्वास्थ्य प्रशासन में हड़कंप मच गया। डायरिया से गंभीर बीमार मरीजों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
बताया जा रहा की पूराकलाँ के वंशकार मुहल्ले के लोगों को बीते दो दिनों से अचानक बुखार, उल्टी और दस्त की शिकायतें आने लगी। बीमार मरीजों ने पहले पूराकलाँ के झोलाछाप डॉक्टरों से उपचार कराया मगर जो हालत बिगड़ी तो मैरिज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तालबेहट पहुंचे। जहां करीब एक दर्जन से ज्यादा मरीजों को भर्ती कराया गया। डायरिया से पीड़ित मरीजों की हालत देख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर में हड़कंप मच गया। आनन फानन में मरीजों को डॉक्टरों ने उपचार दिया। वहीं जिन मरीजों की हालत बिगड़ रही थी उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। उल्टी दस्त की शिकायतों के चलते बृजभान उम्र 20 वर्ष पुत्र सुट्टू वंशकार की मौत हो गई।
चहुंओर गंदगी का अंबार, जिम्मेदार बेसुध
स्वच्छता अभियान फेस टू और फेस वन में पूराकलाँ क्षेत्र को करीब 1 करोड रुपए का बजट स्वच्छता के नाम पर खर्च कर दिया। जिसमें शौचालय गांव में नालियों का निर्माण हेड पंपों के आसपास की गंदगी साफ करने के नाम पर खर्च कर दिया गया। अधिकांश धन कागजों में खर्च करने के कारण दलित बस्तियों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गंदगी के चलते गांव में डायरिया हैजा जैसी बीमारियां लगातार पनप रही है और ग्राम पंचायत के जिम्मेदार पूरी तरह से मौन है।