
शिवपुरी के माधव राष्ट्रीय उद्यान को मिला टाइगर रिजर्व का दर्जा
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित माधव राष्ट्रीय उद्यान को हाल ही में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) द्वारा टाइगर रिजर्व का दर्जा प्रदान किया गया है।प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसे वन्यजीव संरक्षण में उपलब्धि बताया। इससे राज्य में टाइगर रिजर्व की संख्या बढ़कर नौ हो गई है।

चलिए जानते है माधव राष्ट्रीय उद्यान की विशेषताएं:
क्षेत्रफल: उद्यान का कुल क्षेत्रफल 1,751 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें 375 वर्ग किलोमीटर कोर क्षेत्र और 1,276 वर्ग किलोमीटर बफर जोन शामिल हैं।
वन्यजीव विविधता: उद्यान में वर्तमान में तीन बाघ मौजूद हैं। इसके अलावा, तेंदुआ, सियार, लोमड़ी, भेड़िया, जंगली कुत्ता, जंगली सूअर, साही, अजगर, चिंकारा और चौसिंगा जैसे अन्य वन्यजीव भी यहां पाए जाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्वीट:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “मध्य प्रदेश के शिवपुरी में माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलना वन्यजीव संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।”
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा:
माधव टाइगर रिजर्व बनने से ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। उद्यान की निकटता कूनो राष्ट्रीय उद्यान से है, जहां चीते देखे जा सकते हैं। इससे पर्यटकों को एक ही यात्रा में बाघ और चीते दोनों के दर्शन का अवसर मिलेगा, जिससे क्षेत्र में पर्यटन और आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।
माधव राष्ट्रीय उद्यान का टाइगर रिजर्व के रूप में उन्नयन न केवल वन्यजीव संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह क्षेत्र की जैव विविधता, पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त करेगा।